संत कवि पवन दीवान स्मृति अस्मिता सम्मान – 2025

डॉ आदित्य शुक्ल को संत कवि पवन दीवान स्मृति अस्मिता सम्मान से सम्मानित किया जाएगा ।

Pawan Diwan Smriti Asmita Samman
Pawan Diwan Smriti Asmita Samman

रायपुर; 3 मार्च । Pawan Diwan Smriti Asmita Samman : छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में विप्र सांस्कृतिक भवन प्रबंध समिति द्वारा आज सोमवार को छत्तीसगढ़ के स्वप्न दृष्टा, पुरोधा संत कवि पवन दीवान जी की याद में श्रद्धांजलि सभा और स्मृति अस्मिता सम्मान – 2025 का आयोजन किया जाएगा।

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साहित्य एवं समाज के क्षेत्र में कार्यरत लोगों को सम्मानित

Pawan Diwan Smriti Asmita Samman: उनके योगदान को याद करना और साहित्य एवं समाज के क्षेत्र में कार्यरत लोगों को सम्मानित करना, छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक समृद्धि को प्रोत्साहित करने का एक सराहनीय प्रयास है। इस आयोजन में संस्कृति विभाग और छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज की भागीदारी इसे और अधिक महत्वपूर्ण बना रही है।

यह क्रायक्रम आज शाम 6 बजे से प्रारंभ होगी। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के साहित्यकारों एवं ब्राह्मण समाज के नवनिर्वाचित महापौर और पार्षदों का सम्मान किया जाएगा। सांसद बृजमोहन अग्रवाल और पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे शामिल होंगे।

उन्नत मस्तक, सुलझी हुई दाढ़ियों के बीच दमकता चेहरा, चेहरे पर कभी मंद-मंद मुस्कान तो कभी खिलखिलाहट, मजबूत कद-काठी, पांव में खड़ाऊ, घुटने तक टंगी केसरिया धोती और उसी धोती से ढंकी चौड़ी छाती, छाती के बीचों बीच लटकता रुद्राक्ष का माला ऐसा ही दिव्य स्वरूप था परम श्रद्धेय संत पवन दीवान का। जब मैं पहली बार उनका दर्शन किया तब मैं शायद 8 या 10 वर्ष का रहा होऊंगा।

Pawan Diwan Smriti Asmita Samman: नवधा रामायण समारोह में प्रवचनकर्ता

वे हमारे गांव चिचोली में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले नवधा रामायण समारोह में प्रवचनकर्ता के रूप में विशेष रूप से आमंत्रित किए गए थे। उनका निवास हमारे घर के पास ही था। मेरी मां बताती हैं कि वे मेरी उंगली पकड़कर हमारे घर आ गए थे। घर में कुछ देर बैठे और हमारे परिवार को आशीष देकर मुस्कुराते हुए वापस चले गए। उसी दिन शाम को उनका प्रवचन था। उन्हें सुनने आसपास के क्षेत्र से अपार जनसमूह उमड़ पड़ा था।

डॉ आदित्य शुक्ल को संत कवि पवन दीवान स्मृति अस्मिता सम्मान

छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज एवं विप्र सांस्कृतिक भवन प्रबंध समिति द्वारा साहित्यकार,रचनाकार, लेख़क, कवि, स्पोकपर्सन ,वैज्ञानिक
डॉ आदित्य शुक्ल को संत कवि पवन दीवान स्मृति अस्मिता सम्मान -2025 से सम्मानित किया जाएगा ।

पवन दीवान जी एक उत्तम कोटि के कवि के संग रामायण की सरल एवं रोचक व्याख्याता

पवन दीवान जी(Pawan Diwan) एक उत्तम कोटि के कवि के साथ-साथ रामायण एवं श्रीमद्भागवत महापुराण की सरल, सहज एवं रोचक व्याख्या करने में निष्णात थे। पुराणों के प्रसंग को कई दृष्टांतों एवं अपनी कविताओं के साथ ठेठ छत्तीसगढ़ी में प्रस्तुत करने की उनकी शैली का आज भी कोई दूसरा उदाहरण नहीं है। उनके प्रवचनों को श्रोता सम्मोहित होकर सुनते थे। बाद में मुझे कॉलेज की पढ़ाई के दौरान रायपुर, दुर्ग, भिलाई के अनेक कार्यक्रमों में उन्हें प्रत्यक्ष सुनने का सौभाग्य मिला। तब तक मैं भी कविता लिखना और उसे कवि सम्मेलनों में पढ़ना प्रारंभ कर चुका था।

Pawan Diwan Smriti Asmita Samman:  रामायण समारोह में भजन गाना एवं मानस पर टीका करना

गांव के आसपास होने वाले रामायण समारोह में भजन गाना एवं मानस पर टीका करना पहले से ही चल रहा था। अपनी इस अभिरुचि के कारण स्वर्गीय पवन दीवान(Pawan Diwan), स्वर्गीय दानेश्वर शर्मा, स्वर्गीय श्यामलाल चतुर्वेदी, स्वर्गीय मुकुंद कौशल, स्वर्गीय नारायण लाल परमार, रामेश्वर वैष्णव, डॉ सुरेंद्र दुबे, डॉ चितरंजन कर एवं गिरीश पंकज जैसे ख्यातिनाम कवि मेरे आदर्श रहे। इनमें से अधिकांश की उपस्थिति में मुझे मंचों पर कविता पढ़ने के अनेक अवसर भी मिले।

आज संत कवि पवन दीवान स्मृति अस्मिता सम्मान – 2025 के लिए मेरे नाम की घोषणा का समाचार सुनकर अभिभूत हूं। कविता के साथ-साथ आध्यात्मिक उत्कृष्टता के कारण संत पवन दीवान (Pawan Diwan) एवं दानेश्वर शर्मा जी का व्यक्तित्व मुझे हमेशा प्रभावित एवं प्रेरित करता है। इस दृष्टि से यह सम्मान मेरे लिए विशेष महत्व का है। एक प्रेरणास्रोत विभूति की स्मृति में दिए जाने वाला प्रतिष्ठापूर्ण सम्मान के लिए मेरा चयन करके गौरव प्रदान करने के लिए मैं छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज एवं विप्र सांस्कृतिक भवन प्रबंध समिति के प्रति सदैव कृतज्ञ रहूंगा।

डॉ. आदित्य शुक्ला की कलम से… 


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