भोपाल | Meri Mati ke Ganesha : संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय द्वारा मिट्टी के गणेश निर्माण एवं विभागीय प्रतिकृतियों की प्रशिक्षण कार्यशाला 4 सितम्बर को प्रात: 10 से दोपहर 2 बजे तक होगी।
“मेरी माटी के गणेश’’
Meri Mati ke Ganesha : कार्यशाला में भाग लेने के लिये विभागीय वेबसाइट https://archaeology.mp.gov.in से पंजीयन फार्म डाउनलोड कर अपना फार्म भरकर ई-मेल mparcharology@gmail.com पर भेज सकते हैं। इसके अलावा विभाग में ऑफलाइन पंजीयन भी कर सकते हैं।
मध्यप्रदेश की विपुल पुरासम्पदा की सुरक्षा
Meri Mati ke Ganesha : मध्यप्रदेश की विपुल पुरासम्पदा की सुरक्षा, रख-रखाव एवं इसके प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से पुरातत्व संचालनालय द्वारा प्रदेश में बिखरी उत्कृष्ट एवं पुरातत्वीय दृष्टि से महत्वपूर्ण कलाकृतियों को संग्रहालयों में संरक्षित किया गया है। इन्हीं कलाकृतियों में से उत्कृष्ट श्रेणी की विलक्षण एवं अद्भुत प्राचीन प्रतिमाओं की प्रतिकृतियों का निर्माण कराया जाता है, जिन्हें लागत मूल्य पर प्रचार-प्रसार के लिये जन-सामान्य को विक्रय किया जाता है।
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Meri Mati ke Ganesha : पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए 4 सितम्बर को संचालनालय पुरातत्व, बाणगंगा मार्ग, भोपाल में जन-सामान्य के लिये “मेरी माटी के गणेश’’ शीर्षक से कार्यक्रम के अंतर्गत मिट्टी के गणेश निर्माण एवं विभागीय प्रतिकृतियों के निर्माण का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
Meri Mati ke Ganesha : पुरातत्वीय धरोहरों के प्रति रुचि उत्पन्न करने के लिये कार्यशाला का आयोजन
प्रतिभागी निर्माण की गई एक गणेश प्रतिमा को अपने साथ भी ले जा सकेंगे। यह प्रशिक्षण कार्यशाला नि:शुल्क रहेगी। प्रतिभागियों को संचालनालय की तरफ से प्रमाण-पत्र भी दिये जायेंगे। प्रभारी अधिकारी मॉडलिंग पुरातत्व आशुतोष उपरीत ने बताया कि कार्यशाला का आयोजन प्रतिभागियों को विभागीय प्रतिकृति निर्माण से संबंधित जानकारी एवं पुरातत्वीय धरोहरों के प्रति रुचि उत्पन्न करने के लिये कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
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