वाराणसी: Mahashivratri at Banaras: काशी विश्वनाथ की नगरी बनारस में महाशिवरात्रि का तैयारियां पूरी हो गई हैं। वहीं देशभर से महाशिवरात्रि से पहले बनारस पहुंच रहे हैं। ऐसे में महाशिवरात्रि से पहले ही बनारस में भी महाकुंभ जैसा नजारा देखने को मिल रही है महाकुंभ से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी पहुंच रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में आने के बीच वाराणसी में महाशिवरात्रि का उत्सव धूमधाम से मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं।
Mahashivratri at Banaras: विभिन्न अखाड़े, बड़ी संख्या में संतों और नागा साधुओं के साथ पूजा-अर्चना से पहले भव्य जुलूस निकालेंगे
मण्डल आयुक्त कौशल राज शर्मा बताते हैं कि बुधवार को महाशिवरात्रि पर विभिन्न अखाड़े, बड़ी संख्या में संतों और नागा साधुओं के साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना से पहले भव्य जुलूस निकालेंगे। इसके लिये जिला प्रशासन और काशी विश्वनाथ मंदिर प्रबंधन ने समारोह की तैयारियां पूरी कर ली हैं। महाकुंभ से आए अखाड़ों के प्रमुखों और अन्य संतों के साथ मंदिर में उनके निर्धारित दौरे के बारे में चर्चा की गई है। संतों और अखाड़ों के सदस्यों को सुबह छह से नौ बजे तक मंदिर में पूजा-अर्चना करने की अनुमति होगी।

Mahashivratri at Banaras:शाम को साढ़े पांच बजे हनुमान घाट और हरिश्चंद्र घाट से भव्य जुलूस निकाला जाएगा जो गोदौलिया की ओर बढ़ेगा। वहां से संत और अखाड़ा प्रमुख मंदिर जाएंगे और दर्शन के लिए गेट संख्या चार से प्रवेश करेंगे। मंदिर के दर्शन में करीब दो से ढाई घंटे का समय लगेगा, जिसके बाद वे अन्नपूर्णाजी और ढुंढिराज गणेश मार्ग से बाहर निकलेंगे। इस बीच, घाट और सरस्वती फाटक पर आम जनता के लिए दो अलग-अलग लाइनें खुली रहेंगी। अखाड़ा परंपराओं के अनुसार दोपहर दो बजे से दर्शन के लिये 30 मिनट का एक और समय तय किया गया है।
Mahashivratri at Banaras: श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पारंपरिक ‘शिव बारात’ जुलूस महाशिवरात्रि के एक दिन बाद निकाला जाएगा
श्रद्धालुओं और अखाड़ा सदस्यों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन के समन्वय से आयोजित पारंपरिक ‘शिव बारात’ जुलूस महाशिवरात्रि के एक दिन बाद 27 फरवरी को निकाला जाएगा। वाराणसी में साधु हर जगह दिख जाते हैं। वहीं महाशिवरात्रि पर साधु अलग-अलग कलाएं करते हुए भी देखे जाते हैं। महाशिवरात्रि पर देशभर से वाराणसी पहुंच रहे श्रद्धालु गंगा स्नान भी करेंगे। ऐसे में गंगा किनारे पर भी स्नान के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
Mahashivratri at Banaras: महाशिवरात्रि पर 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार – मंदिर प्रशासन और अधिकारियों की तरफ से एक फाइनल बैठक करके सभी व्यवस्थाओं को जमीन पर उतारने की तैयारी कर ली गई है. महाशिवरात्रि पर पुष्प वर्षा के साथ श्रद्धालुओं का काशी विश्वनाथ मंदिर में स्वागत होगा. महाशिवरात्रि पर 15 लाख से ओं के काशी विश्वनाथ मंदिर आने का अनुमान है.
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