रायपुर, 3 अगस्त,। Kanwar Yatra now : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पूर्व मंत्री और रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत के नेतृत्व में आज राजधानी में एक विशाल कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा में हजारों की संख्या में शिव भक्त जलाभिषेक के लिए रवाना हुए।
कांवड़ यात्रा में उत्साह, श्रद्धालुओं संग पदयात्रा में दिखा समर्पण
Kanwar Yatra now : यह कांवड़ यात्रा रायपुर पश्चिम के गुढ़ियारी क्षेत्र में स्थित मारुति मंगलम भवन से शुरू होकर महादेव घाट के हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर तक गई। इस दौरान भारी संख्या में कांवड़ियों ने भगवान भोलेनाथ के प्रति अपनी आस्था और भक्ति का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सावन मास के पवित्र अवसर पर राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी क्षेत्र में आयोजित विशाल कांवड़ यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने भगवान भोलेनाथ का रूद्राभिषेक कर छत्तीसगढ़ प्रदेश की खुशहाली, समृद्धि और जनकल्याण की कामना की।
सीएम साय, डॉ. रमन और रमेश बैस और जनप्रतिनिधियों ने लगाई आस्था की डुबकी
Kanwar Yatra now : सीएम साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन ने यात्रा को हर हर महादेव का जयकार लगा कर रवाना किया । इस अवसर पर पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी रजवाड़े, लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत, रायपुर दक्षिण विधायक सुनील सोनी, रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू, रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह और रायपुर महापौर श्रीमती मीनल चौबे सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु, गणमान्य नागरिक एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कांवड़ यात्रा शिवभक्तों की आस्था, भक्ति और समर्पण का प्रतीक – सीएम साय
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आज मारूति मंगलम भवन गुढ़ियारी से हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर तक हजारों की संख्या में कांवड़िए जलाभिषेक हेतु रवाना हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन छत्तीसगढ़ की गौरवशाली सांस्कृतिक परंपरा को जीवंत बनाए रखने का कार्य करता है और हमारे लोक-विश्वास की गहराई को प्रकट करता है। सावन महीने में कांवड़ यात्रा शिवभक्तों की आस्था, भक्ति और समर्पण का प्रतीक है, जिसमें श्रद्धालु कई-कई किलोमीटर पदयात्रा कर भोलेनाथ को जल अर्पित करते हैं।
Kanwar Yatra now : मुख्यमंत्री ने रूद्राभिषेक कर प्रदेश की खुशहाली जनकल्याण की कामना की
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सावन मास के पवित्र अवसर पर राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी क्षेत्र में आयोजित विशाल कांवड़ यात्रा में भगवान भोलेनाथ का रूद्राभिषेक कर छत्तीसगढ़ प्रदेश की खुशहाली, समृद्धि और जनकल्याण की कामना की। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आज मारूति मंगलम भवन, गुढ़ियारी से हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर तक हजारों की संख्या में कांवड़िए जलाभिषेक हेतु रवाना हुए हैं।
Kanwar Yatra now : वातावरण “हर हर महादेव” के जयघोष से गूंज उठा
सावन माह की पुण्य बेला में राजधानी रायपुर में पूर्व मंत्री और रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत के नेतृत्व में भव्य कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया। शिवभक्ति और लोक आस्था से ओतप्रोत इस यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु कांवड़ लेकर शामिल हुए। यात्रा मार्ग में जनसैलाब उमड़ पड़ा और वातावरण “हर हर महादेव” के जयघोष से गूंज उठा।
Kanwar Yatra now : भव्य कांवड़ यात्रा, श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा कर जगह-जगह हुआ स्वागत
कांवड़ यात्रा का विभिन्न प्रमुख स्थलों पर समाजसेवी संगठनों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। अग्रसेन चौक, आमापारा, लाखेनगर, अश्विनी नगर और सुंदर नगर में श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। रायपुरा ओवर ब्रिजके नीचे, रायपुर महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने पुष्पवर्षा एवं “डोला बाजे” की धुन के साथ कांवड़ यात्रा का आत्मीय स्वागत किया। यात्रा के दौरान भक्ति, उल्लास और अनुशासन का सुंदर समन्वय देखने को मिला।
इस आयोजन ने एक बार फिर सावन माह में छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक एवं धार्मिक चेतना को जाग्रत कर दिया, साथ ही समाज में एकता, श्रद्धा और सहयोग की भावनाको भी बल प्रदान किया।
Kanwar Yatra now :
पदयात्रा कर पहुंचे भक्त
उन्होंने कहा कि यह आयोजन छत्तीसगढ़ की गौरवशाली सांस्कृतिक परंपरा को जीवंत बनाए रखने का कार्य करता है और हमारे लोक-विश्वास की गहराई को प्रकट करता है। सावन महीने में कांवड़ यात्रा शिवभक्तों की आस्था, भक्ति और समर्पण का प्रतीक है, जिसमें श्रद्धालु कई-कई किलोमीटर पदयात्रा कर भोलेनाथ को जल अर्पित करते हैं।
Kanwar Yatra now : सावन मास का अंतिम सोमवार शिव भक्तों के लिए अत्यंत शुभ संयोग
देवों के देव महादेव को प्रिय पावन सावन मास का अंतिम सोमवार इस वर्ष 4 अगस्त को पड़ रहा है। इस दिन शिव भक्तों के लिए अत्यंत शुभ संयोग बन रहा है, क्योंकि इस सोमवार को ब्रह्मा, इंद्र और सर्वार्थ सिद्धि योग का दुर्लभ मेल होगा। धार्मिक मान्यता है कि इन विशेष योगों में की गई भगवान शिव की पूजा मनोकामना पूर्ति, संकटों से मुक्ति और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करती है।