रायपुर, 7 फरवरी | Jindal Nuclear now in a : भारत की अग्रणी हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) उत्पादन कंपनियों में से एक जिन्दल न्यूक्लियर पावर प्राइवेट लिमिटेड (जिन्दल न्यूक्लियर) ने वर्ष 2047 तक देश की परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता में 18 गीगावाट-बिजली का योगदान करने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है।
ऊर्जा क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भरता की राह पर
Jindal Nuclear now in a : ऊर्जा क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भरता की राह पर आगे ले जाने और कार्बन उत्सर्जन घटाने की दिशा में यह ऐतिहासिक घोषणा करने वाली जिन्दल न्यूक्लियर, नवीन जिन्दल समूह का एक अंग और जिन्दल रिन्युएबल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहयोगी कंपनी है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने अपने आम बजट में परमाणु ऊर्जा प्रोत्साहन योजना की घोषणा करते हुए 2047 तक
100 गीगावाट-बिजली उत्पादन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है, उसी के अनुरूप जिन्दल रिन्यूएबल ने इसमें
18 गीगावाट-बिजली उत्पादन क्षमता का योगदान करने का संकल्प लिया है।
औद्योगीकरण को प्रोत्साहित कर देश के सतत आर्थिक विकास में योगदान
Jindal Nuclear now in a : इस योजना का उद्देश्य कार्बन, विशेष रूप से कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन (एमिशन) घटाने के साथ-साथ औद्योगीकरण को प्रोत्साहित कर देश के सतत आर्थिक विकास में योगदान करना है। जिन्दल न्यूक्लियर इस योजना के तहत बीओटी प्रणाली के अनुसार अत्याधुनिक परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का निर्माण कर उसका संचालन करेगी और उन्नत तकनीकों का उपयोग कर विश्वस्तरीय सुरक्षा, संचालन दक्षता और बेहतर पर्यावरण व्यवस्था सुनिश्चित करने में अपना योगदान करेगी।
Jindal Nuclear now in a : जिन्दल न्यूक्लियर इसे लेकर बेहद आशावादी
जिन्दल न्यूक्लियर निजी क्षेत्र की पहली कंपनी है, जिसने भारत को न्यूनतम कार्बन अर्थव्यवस्था (लो कार्बन इकोनॉमी)
में बदलने की दिशा में रुचि दिखाई है ताकि विश्वसनीय रूप से 24 घंटे कार्बन-डाई-ऑक्साइड मुक्त बिजली उपलब्ध
कराई जा सके।
Jindal Nuclear now in a : इस संबंध में जिन्दल न्यूक्लियर के वरिष्ठ सलाहकार और पूर्व एनपीसीआईएल अध्यक्ष एस.के. शर्मा ने कहा है किभारत सरकार की 2047 तक 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा क्षमता स्थापित करने की योजना प्रेरणादायक और दूरदर्शी है। जिन्दल न्यूक्लियर इसे लेकर बेहद आशावादी है।
हम मानते हैं कि सरकार के इस सपने को साकार करने में निजी क्षेत्र को अपनी भूमिका निभानी चाहिए। हमारी 18 गीगावाट परमाणु ऊर्जा विकास योजना, भारत की कार्बन-डाई-ऑक्साइड मुक्त ऊर्जा उत्पादन व्यवस्था निर्माण के संकल्प के प्रति हमारी कटिबद्धता को दर्शाती है।
Jindal Nuclear now in a : अग्रणी तकनीकी कंपनियों का सहयोग प्राप्त करना
18 गीगावाट क्षमता हासिल करने का यह परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम अगले दो दशकों में विकसित किया जाएगा, जिसमें
भारत स्मॉल रिएक्टर्स, स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर्स, और जेन-4 रिएक्टर्स को शामिल करने की योजना है। जिन्दल
न्यूक्लियर का लक्ष्य विश्व के अग्रणी तकनीकी कंपनियों का सहयोग प्राप्त करना है, ताकि नवाचार (इनोवेशन) को
बढ़ावा मिले और विश्वस्तरीय सुरक्षा मानकों व परिचालन उत्कृष्टता को बनाए रखा जा सके।
Jindal Nuclear now in a : सहायक क्षेत्रों में रोजगार के हजारों अवसर पैदा करेगी
यह ऐतिहासिक पहल निर्माण, संचालन और सहायक क्षेत्रों में रोजगार के हजारों अवसर पैदा करेगी, जिससे ऊर्जा
आवश्यकता पूरी होने के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास का मार्ग भी प्रशस्त होगा। इसके अलावा जिन्दल न्यूक्लियर
अपने परियोजना स्थलों के आसपास शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और स्थानीय बुनियादी ढांचे में निवेश करने के लिए भी
प्रतिबद्ध है, जिससे समावेशी विकास और सामाजिक-आर्थिक प्रगति सुनिश्चित हो सके।
Jindal Nuclear now in a : कार्बन डाई ऑक्साइड मुक्त बिजली
जिन्दल न्यूक्लियर की यह घोषणा कार्बन डाई ऑक्साइड मुक्त बिजली उत्पादन क्षमता हासिल करने और देश के
औद्योगिक विकास के प्रति उसकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है और आने वाली पीढ़ियों के लिए भारत के ऊर्जा
भविष्य को सुरक्षित करने में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है।
Jindal Nuclear now in a : जिन्दल न्यूक्लियर के बारे में
जिंदल न्यूक्लियर जिन्दल रिन्युएबल प्राइवेट लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी और नवीन जिन्दल
समूह का हिस्सा है, जो परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश के माध्यम से भारत के कार्बन-डाई-ऑक्साइड मुक्त ऊर्जा
उत्पादन व्यवस्था के निर्माण और देश की सतत व समावेशी सामाजिक-आर्थिक वृद्धि में योगदान करने के लिए प्रतिबद्ध
है।