Jagannath Rath Yatra: पुरी-गुजरात-बंगाल-रायपुर समेत कई जगहों पर जगन्नाथ रथ यात्रा, उमड़ा भक्तों का सैलाब

Jagannath Rath
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Jagannath Rath Yatra: ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा विभिन्न स्थानों पर निकाली गई। पुरी में यह भव्य यात्रा पुरी के जगन्नाथ मंदिर से शुरू होकर गुंडिचा मंदिर तक जाती है। जगन्नाथ रथ यात्रा में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा । 12 दिन चलने वाली रथ यात्रा को लेकर भक्त उत्साहित हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं दीं।

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पुरी में रथ यात्रा उत्सव मनाया जा रहा है। प्रशासन ने इस कार्यक्रम को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं, क्योंकि लाखों श्रद्धालु कड़ी सुरक्षा के बीच इस वार्षिक समारोह को देखेंने पहुंचें हैं । इसी कड़ी में सुरक्षा में ओडिशा पुलिस ने अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। इसके एनडीआरएफ की टीमें भी तैनात की गयी हैं।

इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो. पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क रही है. सभी अनुष्ठान पूरे होने के बाद भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथों को खींचने  देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के शामिल हुए.

Jagannath Rath Yatra: रथ यात्रा में हर तरफ हरि बोल व जय जगन्नाथ के उद्घोष

ओडिशा के पुरी में जय जगन्नाथ के उद्घोष के साथ शुक्रवार को रथयात्रा महोत्सव की शुरुआत हुई। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ् व उनके भाई-बहन के रथों को मंदिर से श्री गुंडिचा मंदिर तक जाने रथ को खींचा। वार्षिक महोत्सव में भाग लेने के लिए दुनियाभर से लोग लाखों की संख्या में तीर्थ नगरी पहुंचे। हर तरफ हरि बोल व जय जगन्नाथ के उद्घोष सुनाई दे रहे थे। महोत्सव के पहले दिन शाम करीब 4 बजे सबसे पहले भगवान बालभद्र, फिर देवी सुभद्रा और सबसे बाद में भगवान जगन्नाथ् अपने-अपने रथों पर सवार हुए। मंदिर के सिंह द्वार से शुरू हुई रथयात्रा।

रथ खींचने ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कमभमपति, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी भी शामिल

Jagannath Rath Yatra: रथ खींचने वालों में प्रमुख रूप से ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कमभमपति, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी भी शामिल रहे। इस दौरान हर तरफ शंख, झांझ व मंजीरों की ध्वनि के बीच लोग काफी उत्साहित नजर आए। यात्रा मार्ग पर सड़क के दोनों और घरों की छतों पर भगवान के दर्शन के लिए भारी जनसैलाब उमड़ा था। यात्रा में ओडिसी नर्तकों के साथ ही लोक कलाकारों ने भी भाग लिया। व्हील चेयर पर रथ तक पहुंचे शंकराचार्य श्री गोवर्धन पीठ के 81 वर्षीय शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती अपने शिष्यों साथ रथों के पास तक पहुंचे।

यह यात्रा की एक परंपरा है। उम्र की वजह से इस परंपरा को निभाने के लिए शंकराचार्य व्हील चेयर के जरिए रथों तक पहुंचे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए पुलिस महानिदेशक वाई.बी.खुरानिया ने बताया कि यात्रा के सुरक्षित व व्यवस्थित संचालन के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

स्थानीय पुलिस के साथ ही बीएसएफ, सीआरपीएफ, आरएएफ, एनएसजी कमांडो, ड्रोन रोधी दस्ते और अचूक निशानेबाजों सहित 10,000 से अधिक कर्मियों की तैनाती की गई है। भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल और राज्य समुद्री पुलिस तटीय सीमा पर गश्त कर रही है जबकि बड़ा डांडा और आसपास के इलाकों में 275 एआई-संचालित सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन जैमर लगाए गए हैं।

पुरी में रथ यात्रा रुकी, कल फिर शुरू होगी

Jagannath Rath Yatra: पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हो गई है। सबसे पहले भगवान बलभद्र का रथ भक्तों ने खींचा। करीब 200 मीटर खींचने के बाद अभी रथ रुक गया है। देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ का रथ कुछ दूरी तक ही खींचा गया। ये दोनों रथ मंदिर के पास ही खड़े हैं। कल सुबह फिर से रथों को खिंचा जाएगा। शाम तक तीनों रथ गुंडिचा मंदिर पहुंच जाएंगे। अहमदाबाद में तीनों रथ दरियापुर तंबू चौकी से शाहपुर की ओर आगे बढ़े गए हैं।

सुबह मंगल आरती और विधि विधान पूजा के बाद भगवान जगन्नाथ को नंदी घोष रथ, देवी सुभद्रा को दर्पदलन और बलभद्र को तालध्वज रथ पर विराजित किया गया। रथ पर भगवान की विधिवत पूजा और भोग हुआ। दोपहर 3 बजे पुरी राजपरिवार के गजपति दिव्य सिंह देव रथ के आगे सोने के झाडू से बुहारा लगाकर रथ यात्रा की शुरुआत की।

रथ से भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ करीब 3 किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर जाएंगे। ये उनकी मौसी का घर माना जाता है।

उधर, अहमदाबाद समेत देश के कई शहरों में रथ यात्राएं निकाली गई हैं। अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली गई। गृह मंत्री अमित शाह ने सुबह 4 बजे मंगल आरती की। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पाहिंद विधि कर रथ यात्रा की शुरुआत की। रात तकरीबन 8:30 बजे भगवान वापस मंदिर लौटेंगे।

आस्था के साथ सेवा: 1500 स्वयंसेवकों ने मानव श्रृंखला बनाकर एंबुलेंस को रास्ता दिया

Jagannath Rath Yatra: एक साल पहले ओडिशा में भाजपा की सरकार बनी है। इस साल आयोजित रथयात्रा में सरकार के साथ-साथ भाजपा के युवा कार्यकर्ता भी पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए । पुरी में भगवान जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान उमड़े लाखों श्रद्धालुओं के बीच भाजपा युवा मोर्चा के करीब 1500 स्वयंसेवकों ने मानव श्रृंखला बनाकर एंबुलेंस के लिए रास्ता साफ किया और जनसेवा के प्रति अपने समर्पण को प्रदर्शित किया।

पूर्वोत्तर भारत में भी जगन्नाथ की रथयात्रा, मणिपुर के श्रद्धालुओं में दिखा उत्साह

भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को मणिपुर में ‘कांग चिंगबा’ उत्सव के रूप में भी जाना जाता है। राजधानी इम्फाल में बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस यात्रा उमड़े।

पश्चिम बंगाल: ममता बनर्जी ने दीघा की रथयात्रा से पहले अनुष्ठान भी पूरे किए, बच्चियों ने भी लिया भाग

Jagannath Rath Yatra: पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से दीघा की रथयात्रा के वीडियो साझा किए गए। इसमें प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दीघा में भगवान जगन्नाथ मंदिर में पहली रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों के सामने झाड़ू से साफ करने की पवित्र रस्म निभाई। वीडियो में देखा जा सकता है कि सीएम ममता वहां मौजूद कुछ अन्य बच्चियों को भी अनुष्ठान पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।

छत्तीसगढ़ में भी उमड़े भगवान जगन्नाथ के श्रद्धालु, राज्यपाल ने दीं शुभकामनाएं

Jagannath Rath Yatra: ओडिशा, बंगाल और दिल्ली के अलावा छत्तीसगढ़ में भी रथयात्रा का आयोजन हुआ। रायपुर में जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान राज्यपाल रमेन डेका ने श्रद्धालुओं को जगन्नाथ रथ यात्रा 2025 की शुभकामनाएं दीं।

सोने की झाड़ी से रथों को साफ करने की रस्म

Jagannath Rath Yatra: ओडिशा की रथयात्रा में पुरी के पूर्व राजा गजपति महाराजा दिव्यसिंह देब भी शामिल होते हैं। इस साल भी रथयात्रा के दौरान उन्होंने पवित्र छेरा पोरा अनुष्ठान किया। भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों को सोने की झाड़ू से साफ किया जाता है।

पुरी में 12 घंटे से जारी है रथयात्रा का अनुष्ठान

Jagannath Rath Yatra: ओडिशा में श्री जगन्नाथ महाप्रभु की रथ यात्रा देर शाम भी जारी है। इस वार्षिक रथयात्रा के लिए अनुष्ठान शुक्रवार सुबह शुरू हुए थे। शाम 7.30 बजे के बाद भी जगन्नाथ मंदिर के बाहर महाप्रभु जगन्नाथ के दिव्य दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब देखा गया।

चिल्का झील में नावों पर भगवान जगन्नाथ की अनोखी जल-रथ यात्रा

Jagannath Rath Yatra: ओडिशा में पुरी के अलावा खोरधा जिले के कंकणा शिखरी द्वीप पर भी रथयात्रा का आयोजन किया गया। यहां चिल्का झील में नावों पर भगवान जगन्नाथ की अनोखी जल-रथ यात्रा का आयोजन किया गया।

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