नई दिल्ली, 12 अप्रैल । Herald House case Now : हेराल्ड हाउस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की 661 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ईडी ने शुक्रवार को एजेएल की दिल्ली, मुंबई और लखनऊ की संपत्तियों को जब्त करने के लिए नोटिस जारी किए।
संपत्तियों का कुल मूल्य 661 करोड़
Herald House case Now : एजेंसी की प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि इन संपत्तियों का कुल मूल्य 661 करोड़ रुपए है। नोटिस की प्रति इन संपत्तियों पर भी चस्पा की गई है। इसके साथ ही, मुंबई स्थित हेराल्ड हाउस की सातवीं, आठवीं और नौवीं मंजिल पर स्थित जिंदल साउथ वेस्ट प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को मासिक किराया/लीज की राशि ईडी के निदेशक के पास जमा कराने का आदेश दिया गया है।
सैम पित्रोदा और निजी कंपनी यंग इंडिया भी शामिल
Herald House case Now : हेराल्ड हाउस का स्वामित्व एजेएल के पास है। इस मामले में राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के अलावा कई कांग्रेस नेताओं के नाम सामने आए थे। इनमें सुमन दुबे, सैम पित्रोदा और एक निजी कंपनी यंग इंडिया भी शामिल है। अन्य आरोपियों में मोतीलाल वोहरा और ऑस्कर फर्नांडिस अब जीवित नहीं हैं।
Herald House case Now : यंग इंडिया का स्वामित्व सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास
यंग इंडिया का स्वामित्व सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी के पास है। आरोप है कि यंग इंडिया ने एजेएल की 2,000 करोड़ रुपए की संपत्तियां महज 50 करोड़ रुपए में खरीदी थीं, जो उनके वास्तविक मूल्य से काफी कम है।
ईडी का आरोप है कि यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएल) नामक एक कंपनी, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी प्रमुख शेयरधारक हैं, ने एजेएल की संपत्तियों को गलत तरीके से हासिल किया। उनका कहना है कि एजेएल के पास मूल्यवान संपत्तियां थीं, जिनका इस्तेमाल नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने के लिए किया जाना था, लेकिन उन्हें वाईआईएल को हस्तांतरित कर दिया गया।
Herald House case Now : संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू
ईडी ने 2021 में इस मामले की जांच शुरू की और पाया कि एजेएल की आपराधिक आय 988 करोड़ रुपए है। इसकी वसूली के लिए उसने 20 नवंबर 2023 में 661 करोड़ रुपए की उसकी संपत्तियों को अस्थायी तौर पर कुर्क किया था, जिसकी बाद में 10 अप्रैल 2024 को पुष्टि कर दी गई थी। अब इन संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
ईडी ने इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की है और अब एजेएल की संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उनका मानना है कि ये संपत्तियां मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध की आय हैं।
Herald House case Now : क्या है हेराल्ड हाउस
हेराल्ड हाउस मामला मुख्य रूप से एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएल) नामक कंपनियों से जुड़ा हुआ है। इसकी जड़ें नेशनल हेराल्ड नामक अखबार से जुड़ी हैं, जिसे 1938 में जवाहरलाल नेहरू और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने शुरू किया था। एजेएल इस अखबार का प्रकाशक था।
संक्षेप में, हेराल्ड हाउस मामला एजेएल की संपत्तियों के वाईआईएल को हस्तांतरण से संबंधित है, जिसमें वित्तीय अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं, जिसमें कांग्रेस के शीर्ष नेता शामिल हैं। कांग्रेस पार्टी ने इन आरोपों को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है।
Herald House case Now : संपत्तियों अधिग्रहण का आरोप
आरोप है कि इस लेनदेन के माध्यम से, वाईआईएल ने एजेएल की मूल्यवान संपत्तियों पर नियंत्रण हासिल कर लिया, जिनकी कीमत ₹2000 करोड़ से अधिक बताई जाती है। इनमें दिल्ली में हेराल्ड हाउस, लखनऊ और मुंबई में संपत्तियां शामिल हैं।
Herald House case Now : आपराधिक साजिश का आरोप
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में इस मामले में एक निजी आपराधिक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं पर धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और साजिश का आरोप लगाया गया। उनका आरोप है कि वाईआईएल ने दुर्भावनापूर्ण तरीके से एजेएल की संपत्तियों पर कब्जा किया।
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(यह खबर ‘आईएएनएस न्यूज एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए हिन्द मित्र जिम्मेदार नहीं है. )
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