रायपुर: छत्तीसगढ़ ‘ब्लैड डायमंड’, छत्तीसगढ़ के टाइगर आज इस दुनिया को अलविदा कह गए (Hasya Kavi Padmashree Surendra Dubey paased away)। प्रदेश की जनता को हमेशा हंसाने और गुदगुदाने वाले हास्य कवि पद्मश्री डॉ सुरेंद्र दुबे का हार्ट अटैक से निधन हो गया है। 72 साल की उम्र में उन्होंने इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। ACI अस्पताल में इलाज के दौरान कवि सुरेंद्र दुबे का निधन हो गया।
खभर हो की अभी कुछ दिनों पूर्व ही उन्होंने 22 जून को आयोजित कवि सम्मेलन में पुरे रायपुर शहर को अपनी रचनाओं से गुदगुदाया था। एवं बहुत ही जोश में उन्होंने अपनी बस्तर पर रचना लोगों के सामने रखी।
Hasya Kavi Padmashree Surendra Dubey : पद्मश्री हास्य कवि डॉ. सुरेंद्र दुबे
पद्मश्री हास्य कवि डॉ. सुरेंद्र दुबे का जन्म 8 जनवरी 1953 को बेमेतरा (तत्कालीन दुर्ग) में हुआ था. वह एक आयुर्वेदिक चिकित्सक थे. उनके हास्य और व्यंग्य ने उन्हें न सिर्फ देश बल्कि दुनिया में अलग पहचान दिलाई. वह अपन हास्य और व्यंग्य कविताओं से हमेशा सबके हंसाते और गुदगुदाते रहते थे.
छत्तीसगढ़ी को अलग पहचान
पद्मश्री हास्य कवि डॉ. सुरेंद्र दुबे की बोलने की शैली इतनी अलग थी, जिस कारण छत्तीसगढ़ी भाषा को पूरी दुनिया में एक नई ऊंचाई मिली. उनकी कविताओं और शैली के कारण छत्तीसगढ़ी क्षेत्रीय भाषा और छत्तीसगढ़ को पूरे देश में पहचान मिली. उन्होंने सिर्फ कवि सम्मेलन ही नहीं बल्कि दूरदर्शन और कई TV शो पर अपनी कविताओं से लोगों को हंसाया.
डॉ. सुरेंद्र दुबे को पद्मश्री और हास्य रत्न पुरस्कार
डॉ. सुरेंद्र दुबे(Hasya Kavi) को साल 2010 में भारत सरकार द्वारा देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री प्रदान किया गया था. इससे पहले साल 2008 में उन्हें काका हाथरसी हास्य रत्न पुरस्कार से भी पुरस्कृत किया गया था. उन्होंने पाँच पुस्तकें लिखीं, जो हास्य-व्यंग्य साहित्य में मील का पत्थर मानी जाती हैं.
CM विष्णु देव साय ने दी श्रद्धांजलि
पद्मश्री हास्य कवि सुरेंद्र दुबे (Hasya Kavi) के निधन पर CM विष्णु देव साय ने शोक जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा- ‘छत्तीसगढ़ी साहित्य व हास्य काव्य के शिखर पुरुष, पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे जी का निधन साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. अचानक मिली उनके निधन की सूचना से स्तब्ध हूं. अपने विलक्षण हास्य, तीक्ष्ण व्यंग्य और अनूठी रचनात्मकता से उन्होंने न केवल देश-विदेश के मंचों को गौरवान्वित किया, बल्कि छत्तीसगढ़ी भाषा को वैश्विक पहचान दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई.
छत्तीसगढ़ी साहित्य व हास्य काव्य के शिखर पुरुष, पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे जी का निधन साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।
अचानक मिली उनके निधन की सूचना से स्तब्ध हूँ।अपने विलक्षण हास्य, तीक्ष्ण व्यंग्य और अनूठी रचनात्मकता से उन्होंने न केवल देश-विदेश के मंचों को गौरवान्वित…
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) June 26, 2025
जीवनपर्यंत उन्होंने समाज को हंसी का उजास दिया, लेकिन आज उनका जाना हम सभी को गहरे शोक में डूब गया है. उनकी जीवंतता, ऊर्जा और साहित्य के प्रति समर्पण सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों और असंख्य प्रशंसकों को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करें. ऊं शांति!’
कुमार विश्वास ने दी श्रद्धांजलि
पद्मश्री हास्य कवि सुरेंद्र दुबे (Hasya Kavi) के निधन पर मशहूर कवि कुमार विश्वास ने श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- ‘छत्तीसगढ़ी भाषा व संस्कृति के वैश्विक राजदूत, मुझे सदैव अनुजवत स्नेह देने वाले, बेहद ज़िंदादिल मनुष्य, कविश्रेष्ठ पद्मश्री डॉ सुरेंद्र दुबे जी का निधन सम्पूर्ण साहित्य-जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. मेरे हृदय के रायपुर का एक हिस्सा, आपकी अनुपस्थिति को सदैव अनुभव करेगा भैया. प्रिय आशुतोष दुबे जी व पूरे परिवार को ईश्वर इस आघात को सहन करने की शक्ति प्रदान करे.’
छत्तीसगढ़ी भाषा व संस्कृति के वैश्विक राजदूत, मुझे सदैव अनुजवत स्नेह देने वाले, बेहद ज़िंदादिल मनुष्य, कविश्रेष्ठ पद्मश्री डॉ सुरेंद्र दुबे जी का निधन सम्पूर्ण साहित्य-जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। मेरे हृदय के रायपुर का एक हिस्सा, आपकी अनुपस्थिति को सदैव अनुभव करेगा भैया। प्रिय… pic.twitter.com/RgJOPXoGZM
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) June 26, 2025
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने जताया शोक
डॉ. सुरेंद्र दुबे के निधन पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शोक जताते हुए कहा- ‘हर पल मुस्कान बांटने वाला चला गया… छत्तीसगढ़ के रत्न, हमारे प्रिय साथी और जाने-माने हास्य कवि पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे जी के निधन का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. अपने तीखे व्यंग्य और हास्य से उन्होंने समाज को गहराई से छुआ है, हंसाया है, वहीं गंभीर विषयों पर सोचने को मजबूर किया है. (Hasya Kavi)
दुबे जी ने 20 वर्षों तक मेरे साथ लगातार काम किया है, उनमें किसी विषय को समझने, पहचानने और उस विषय को अंतिम परिणीति तक पहुंचाने की अद्भुत कला थी. वे छत्तीसगढ़ की साहित्यिक और सांस्कृतिक पहचान थे, जिनकी भरपाई भविष्य में संभव नहीं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें. ऊं शांति!’ (Hasya Kavi)
पूर्व CM भूपेश बघेल ने दी श्रद्धांजलि
पूर्व CM भूपेश बघेल ने भी डॉ. सुरेंद्र दुबे के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की है. उन्होंने लिखा- ‘पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित, छत्तीसगढ़ के निवासी, हास्य कवि डॉ. सुरेन्द्र दुबे जी के निधन का दुखद समाचार मिला है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं परिवारजनों को दुःख सहने का सामर्थ्य दे. ऊं शांति.’
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित, छत्तीसगढ़ के निवासी, हास्य कवि डॉ. सुरेन्द्र दुबे जी के निधन का दुखद समाचार मिला है.
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं परिवारजनों को दुःख सहने का सामर्थ्य दे.
ॐ शांति:
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 26, 2025
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