हमास को पूरी तरह से पराजित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं
Gaza City Now : नेतन्याहू ने कहा, “हमास द्वारा हथियार डालने से इनकार करने के कारण, इजरायल के पास अपना काम पूरा करने और हमास को पूरी तरह से पराजित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।” उन्होंने दावा किया कि इजरायली सेना का गाजा के 70-75 प्रतिशत हिस्से पर पहले से ही नियंत्रण है।
कई करीबी पश्चिमी सहयोगी देशों ने भी कड़ी आलोचना
Gaza City Now : इस सैन्य कार्रवाई को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय और इजरायल के कई करीबी पश्चिमी सहयोगी देशों ने भी मानवीय संकट की आशंका जताते हुए कड़ी आलोचना की है। हालांकि, नेतन्याहू ने इस आलोचना को “झूठा प्रचार” कहकर खारिज कर दिया है।
Gaza City Now : नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य
Gaza City Now : इजरायल की नीति हमेशा मानवीय संकट को रोकने की रही
Gaza City Now : जमीन के रास्ते और एयरड्रॉप के जरिए राहत सामग्री
उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका के साथ मिलकर अतिरिक्त मानवीय उपायों पर चर्चा चल रही है। इसमें जमीन के रास्ते और एयरड्रॉप के जरिए राहत सामग्री पहुंचाने के प्रयासों को तेज करना तथा गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन के वितरण केंद्रों की क्षमता बढ़ाना शामिल है। हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में संयुक्त राष्ट्र सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भी इस अभियान में शामिल होंगी। उन्होंने अतीत में गाजा में यूएन की भूमिका की आलोचना भी की।
Gaza City Now : गाजा में जानबूझकर सिर्फ इजरायली बंधक रखे जा रहे हैं
नेतन्याहू ने दावा किया कि गाजा में जानबूझकर सिर्फ इजरायली बंधक रखे जा रहे हैं, जिन्हें हमास ने कब्जे में लिया है। उन्होंने वैश्विक मीडिया पर आरोप लगाया कि वह हमास द्वारा जारी की गई झूठी तस्वीरों और आंकड़ों पर भरोसा कर रहा है। भूख से पीड़ित बच्चों की जो तस्वीरें दिखाई जा रही हैं, वे या तो गलत हैं या फर्जी हैं।
Gaza City Now : नेतन्याहू ने इस तरह के दुष्प्रचार को यहूदी विरोधी हिंसा से पहले का संकेत बताया। उन्होंने कहा, हर यहूदी जनसंहार से पहले, बड़े पैमाने पर यहूदी समुदाय को बदनाम किया गया।
नेतन्याहू ने अपने आलोचकों पर पलटवार करते हुए कहा कि गाजा में मानवीय संकट को लेकर हो रहे “झूठे प्रचार” को वह यहूदी-विरोधी हिंसा से पहले के संकेत के रूप में देखते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हर यहूदी जनसंहार से पहले, बड़े पैमाने पर यहूदी समुदाय को बदनाम करने का अभियान चलाया गया था।