विदेश मंत्री एस जयशंकर की अमेरिका यात्रा: रणनीतिक और द्विपक्षीय मुद्दों पर होगी चर्चा

Foreign Minister USA Visit

नई दिल्ली: Foreign Minister USA Visit:विश्व में जारी उथल-पुथल और भू-राजनीतिक चुनौतियों के बीच, भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर एक महत्वपूर्ण यात्रा पर संयुक्त राज्य अमेरिका जा रहे हैं। उनकी यात्रा 24 दिसंबर से 29 दिसंबर 2024 तक होगी, जिसमें वे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

यह दौरा खासतौर पर इसलिए अहम है क्योंकि हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की है। यह भारत की ओर से ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद की पहली उच्च स्तरीय यात्रा होगी।

Foreign Minister USA Visit: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर वार्ता

अपनी यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रमुख अमेरिकी अधिकारियों और अपने समकक्षों से मुलाकात करेंगे। इन बैठकों में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा होगी। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार, रक्षा सहयोग, तकनीकी साझेदारी और अन्य क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श की योजना है।

साथ ही, विदेश मंत्री अमेरिका में भारत के महावाणिज्य दूत सम्मेलन की अध्यक्षता भी करेंगे, जो भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक संबंधों को और मजबूत बनाने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा।

Foreign Minister USA Visit: अमेरिका में नई सरकार और भारत-अमेरिका संबंध

डोनाल्ड ट्रंप की हालिया चुनावी जीत के बाद यह पहली भारतीय उच्चस्तरीय यात्रा है। ट्रंप ने चुनाव में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को हराया और वे 20 जनवरी को आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। इस यात्रा से भारत-अमेरिका संबंधों को नई दिशा मिलने की उम्मीद है, खासकर उस समय जब वैश्विक राजनीति में तेजी से बदलाव हो रहे हैं।

Foreign Minister USA Visit: ‘वीटो’ की अनुमति नहीं देगा भारत: एस जयशंकर

हाल ही में एक सम्मेलन में एस जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भारत अपनी नीतियों और निर्णयों पर दूसरों को ‘वीटो’ लगाने की अनुमति नहीं देगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हित और वैश्विक भलाई के लिए निडर होकर कार्य करेगा। उनका कहना है कि भारत प्रगति करेगा, लेकिन अपनी सांस्कृतिक और राष्ट्रीय पहचान को बनाए रखते हुए।

Foreign Minister USA Visit: यात्रा का महत्व और संभावित परिणाम

एस जयशंकर की इस यात्रा का उद्देश्य न केवल भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करना है, बल्कि एक बहुध्रुवीय विश्व में भारत की स्थिति को और सशक्त बनाना भी है। व्यापार, निवेश, जलवायु परिवर्तन, रक्षा साझेदारी और वैश्विक स्थिरता जैसे प्रमुख मुद्दों पर होने वाली वार्ता से दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करने की संभावना है।

एस जयशंकर की यह यात्रा निश्चित रूप से भारत-अमेरिका संबंधों में नए अध्याय का सूत्रपात करेगी और वैश्विक राजनीति में भारत की स्थिति को और मजबूती प्रदान करेगी।


Read More:मशहूर फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का निधन: भारतीय सिनेमा ने खोया एक युगांतकारी फिल्मकार


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here