नई डिल्ली: Electricity Theft: समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बिजली विभाग ने उनके खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज कराया है। संभल स्थित उनके घर की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
Electricity Theft: जांच में क्या पाया गया?
- Electricity Theft: कनेक्शन और मीटर अनियमितताएं:
सांसद के घर पर 4-4 किलोवाट के दो कनेक्शन हैं, लेकिन बिजली का बिल पिछले साल में मात्र 14,000 रुपये आया। जांच में पता चला कि दोनों मीटर लंबे समय तक बंद रहे—एक 5 महीने और दूसरा 7 महीने। - उपकरण और खपत का अंतर:
उनके घर में 10 किलोवाट का सोलर पैनल, 5 किलोवाट का जनरेटर, दो एसी, आधा दर्जन पंखे, एक फ्रिज और लाइटें मौजूद थीं। हालांकि, कनेक्शनों पर केवल 4 किलोवाट लोड दिखाया गया।
Electricity Theft: स्मार्ट मीटर से क्या हुआ खुलासा?
- Electricity Theft: कम लोड के मीटर:
घर में लगे उपकरणों के मुताबिक 8-10 किलोवाट की बिजली की जरूरत है। लेकिन घर में 2-2 किलोवाट के मीटर ही लगे हैं। - शून्य रीडिंग:
पुराने मीटर में छेड़छाड़ की आशंका है। इसे जांच के लिए भेजा गया है।
Electricity Theft: बिजली विभाग की कार्रवाई
दो दिन पहले स्मार्ट मीटर लगाए गए, जिसमें पता चला कि सांसद के घर में वास्तविक खपत 5.5 किलोवाट है। संभल में बिजली विभाग कटियाबाजों पर सख्त कार्रवाई कर रहा है। अब तक 150 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।
एसडीएम ने इस कार्रवाई को बिजली चोरी रोकने की कड़ी बताया। सांसद बर्क के घर पर अनियमितताओं के चलते उनके खिलाफ विभाग ने बड़ा कदम उठाया है।