नई दिल्ली, 15 अप्रैल । Congress reacted to ED now : नेशनल हेराल्ड केस से जुड़ी एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के आरोप में चार्जशीट दाखिल की गई है।
इसके जवाब में कांग्रेस की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। बता दे कि जिससे लेकर कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने इस चार्जशीट को फर्जी और तथ्यहीन बताया है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यह मामला राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित हो सकता है।
‘राजनीतिक प्रतिशोध की भावना’
Congress reacted to ED now : अभिषेक मनु सिंघवी ने अपने बयान में साफ तौर पर कहा है कि नेशनल हेराल्ड मामला राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से प्रेरित है, और उन्होंने इस केस की वैधता पर सवाल उठाते हुए इसे विचित्र बताया। वरिष्ठ अधिवक्ता सिंघवी ने एक वीडियो जारी करके कहा, ‘‘नेशनल हेराल्ड मामले में जो प्रक्रियाएं हो रही हैं वो कुछ भी नयी नहीं है क्योंकि जब यह मामला शुरू हुआ तो मैंने कहा था कि यह बड़ा ही विचित्र मामला है, जिसमें एक रुपये की लेनदेन नहीं है।’’
‘मनगढ़ंत और झूठा मामला’
Congress reacted to ED now : उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक गैर-लाभकारी कंपनी बनाई गई जिसमें सोनिया गांधी और कुछ अन्य लोग निदेशक बनाए गए तथा यह सिर्फ ‘नेशनल हेराल्ड’ की संपत्तियों के प्रबंधन के लिए था। सिंघवी ने कहा, ‘‘एक मनगढ़ंत और झूठा मामला दर्ज किया गया और अब आरोप-पत्र दायर किया गया है। इसका कानूनी रूप से सामना किया जा रहा है।’’ईडी ने
Congress reacted to ED now : ईडी ने चार्जशीट की दाखिल
ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में धनशोधन के आरोप में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने नौ अप्रैल को दाखिल आरोप-पत्र के संज्ञान के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पड़ताल की और सुनवाई की अगली तारीख 25 अप्रैल निर्धारित की।
नेशनल हेराल्ड एक अंग्रेज़ी अखबार था जिसकी स्थापना पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1938
Congress reacted to ED now : नेशनल हेराल्ड एक अंग्रेज़ी अखबार था जिसकी स्थापना पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1938 में की थी। इसका उद्देश्य था स्वतंत्रता संग्राम को समर्थन देना और कांग्रेस की विचारधारा को प्रसारित करना। इस अखबार का प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नामक कंपनी करती थी। इसके बदले में, यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (YIL) नामक कंपनी ने AJL का स्वामित्व प्राप्त कर लिया। YIL में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की 76% हिस्सेदारी है।
Congress reacted to ED now : सुब्रमण्यम स्वामी ने लगाया आरोप
2012 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने AJL को ₹90.25 करोड़ का ब्याज-मुक्त ऋण दिया था, जिसे बाद में माफ कर दिया गया। स्वामी का आरोप है कि इस प्रक्रिया के माध्यम से गांधी परिवार ने ₹2,000 करोड़ की संपत्ति पर नियंत्रण प्राप्त किया।
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