रायपुर । chhattisgarh fertilizer crisis congress : छत्तीसगढ़ में किसानों के बीच खाद संकट गहराता जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार की दुर्भावनापूर्ण नीतियों के चलते ही यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
किसान खाद के लिए तरस रहे हैं
chhattisgarh fertilizer crisis congress : उन्होंने कहा कि सरकार लगातार खाद सब्सिडी में कटौती कर रही है और उर्वरक क्षेत्र का निजीकरण एवं नियंत्रण मुक्त करने की वजह से किसान खाद के लिए तरस रहे हैं। खरीफ सीजन शुरू होने से पहले किसानों ने सहकारी समितियों के माध्यम से अपनी मांग सरकार तक पहुंचा दी थी, लेकिन न तो समय पर रैक की व्यवस्था की गई और न ही सोसाइटियों में पर्याप्त भंडारण।
chhattisgarh fertilizer crisis congress : किसानों की स्थिति गंभीर
वर्मा ने कहा कि “धान का कटोरा” कहलाने वाले छत्तीसगढ़ में खाद की भारी किल्लत है। सरकारी समितियों के गोदाम खाली पड़े हैं और किसान सुबह से शाम तक कतार में खड़े होकर भी खाली हाथ लौट रहे हैं।
1350 रुपये का डीएपी 2000 रुपये तक बिक रहा है
chhattisgarh fertilizer crisis congress : खुले बाजार में 1350 रुपये का डीएपी 2000 रुपये तक बिक रहा है। 266 रुपये की यूरिया किसानों को 1000-1200 रुपये तक मिल रही है। उन्होंने कहा कि इससे किसान कर्जदार होते जा रहे हैं, जबकि सरकार केवल विज्ञापनों में झूठे दावे कर रही है।
chhattisgarh fertilizer crisis congress : सरकार पर दोहरे रवैये का आरोप
कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी कहा कि कृषि मंत्री दिल्ली जाकर भाजपा अध्यक्ष से खाद उपलब्ध कराने की गुहार लगाते हैं, लेकिन जब केंद्र से कोई सहयोग नहीं मिलता तो वापस आकर दावा करते हैं कि खाद की कोई कमी नहीं है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर किसानों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उर्वरक आपूर्ति के सारे दावे केवल कागजी हैं।
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