CBI ने दिल्‍ली शराब नीति मामले में किया ‘मास्‍टरमांइड’ विजय नायर को गिरफ्तार

नई दिल्‍ली.

सीबीआई (CBI) ने दिल्‍ली की शराब नीति मामले में पहली गिरफ्तारी के रूप में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के करीबी सहयोगी विजय नायर को मंगलवार को अरेस्‍ट किया है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक उसकी भूमिका गुटबंदी और चुने हुए लाइसेंसधारियों के साथ साजिश करने में आई है. उसे पूछताछ में ‘सहयोग’ नहीं करने के बाद गिरफ्तार किया गया था. विजय नायर को सीबीआई मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. विजय नायर सीबीआई की FIR में 5 नम्बर का आरोपी है. गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया भी इसी मामले में आरोपी हैं.

नायर की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी ने भी प्रतिक्रिया दी है. प्रवक्‍ता अक्षय मराठे का कहना है कि विजय नायर पार्टी में कुछ समय के लिए संचार प्रभारी थे और अब उन्‍हें फर्जी केस में फंसाया जा रहा है. यह पूरी तरह से राजनीतिक प्रतिशोध है क्‍योंकि नायर गुजरात चुनाव के लिए रणनीति बना रहे थे.  दरअसल ईडी के नायर के ठिकानों पर छापा मारा था. उसे इस पूरे घोटाले का कथित तौर पर मास्‍टरमाइंड बताया जा रहा है. इस गिरफ्तारी पर सियासी घमासान शुरू हो गया है. भाजपा नेता कपिल मिश्रा का आरोप है कि इस गिरफ्तारी से हर सच सामने आएगा और शराब घोटाले के दोषी बच नहीं पाएंगे. कपिल मिश्रा का दावा है कि नायर के संबंध मुख्‍यमंत्री केजरीवाल और अन्‍य से हैं. शराब घोटाले से लेकर पंजाब के अवैध लेनदेन तक सारा काम नायर ही करता था.

एंटरटेनमेंट और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी का पूर्व सीईओ है विजय नायर 

विजय नायर को मुंबई की एक एंटरटेनमेंट और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी का पूर्व सीईओ बताया गया है. उसके कई स्टैंड-अप कॉमेडियन और उनसे जुड़ी कंपनियों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं. उसने कथित तौर पर 2019 में AAP के लिए ‘पार्ट टाइम वालेंटियर’ के रूप में काम किया था. इससे पहले नायर ने अगस्‍त में एक बयान जारी करते हुए कहा था कि वह देश छोड़कर नहीं भागा है, वह “व्यक्तिगत” काम के लिए विदेश में था. इधर, सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में अनियमितताओं में नायर समेत आरोपी लाइसेंसधारी और व्यवसायी सक्रिय रूप से शामिल थे.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here