महासमुन्द | Bar Nawapara: छत्तीसगढ़ प्रदेश के जंगलों के अधिकांश क्षेत्रों में लगभग विलुप्त हो होते जा रहे जंगली बाघ ने एक बार फिर बार नवापारा के जंगलों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। जिससे वन्यप्राणी प्रेमियों में खुशी की लहर चेहरे पर साफ साफ दिखाई दे रही है। जंगली बाघ की उपस्थित की पुष्टि बार-नवापारा के वन विभाग कर्मचारियों ने भी कर दी है।
Bar Nawapara: सिरपुर के आस पास वन क्षेत्र में बाघ का विचरण
जानकारी के अनुसार बार नवापारा अभ्यारण्य क्षेत्र से लगे जंगल सिरपुर-जलकी के बीच वन्यप्राणी बाघ के विचरण से ग्रामीण हुए भयभीत.. लोगों में हड़कंप मच गया है। सिरपुर के आस पास वन क्षेत्र में यह बाघ विचरण कर रहा है। बाघ के देखने की जिज्ञासा में ग्रामीण अपने छतों पर चढ़कर वीडियो बना रहे हैं।
Bar Nawapara: बाघ के विचरण से ग्रामीणों में हड़कंप
बार नवापारा अभ्यारण्य क्षेत्र से लगे जंगल सिरपुर-जलकी के बीच वन्यप्राणी बाघ के विचरण से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है। बाघ के देखे जाने की सूचना के बाद ग्रामीण अपने घरों की छतों पर चढ़कर बाघ का वीडियो बना रहे हैं। कुछ ग्रामीण दुस्साहस करते हुए बाघ के नजदीक तक जाकर वीडियो बनाने की कोशिश भी कर रहे हैं।
यह देख वन विभाग के अधिकारी चिंतित हैं। वन विभाग ने जानकारी के अनुसार अभी तक बाघ ने जान-माल को नुकसान नहीं पहुंचाया है। वीडियो को देखकर वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया है कि इस बाघ की आयु लगभग पांच से छह वर्ष की है।
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वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है
- सिरपुर के आसपास स्थित समस्त ग्राम पीढ़ी मोहकम, खडसा, सेनकपाट, अचानकपुर, सिरपुर, रायतुम, सुकुलबाय, तालाझार, बोरिद, पासीद, अमलोर, मुरुम, छताल के ग्रामीणों को सतर्क रहने कहा गया है।
- ग्रामीणों को अकेले जंगल में जाने से मना किया गया है।
- यदि कोई ग्रामीण बाघ को देखता है तो तुरंत वन विभाग को सूचना दे।
- रात्रि के समय वन मार्ग में आना- जाना न करें
वन विभाग द्वारा किए गए उपाय
- वन विभाग द्वारा बाघ की निगरानी के लिए टीमें गठित की गई हैं।
- ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
- बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए हैं।
यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि बाघ एक जंगली जानवर है और उससे खतरा हो सकता है। इसलिए, ग्रामीणों को सतर्क रहना चाहिए और वन विभाग के निर्देशों का पालन करना चाहिए।
