बांग्लादेश: Bangladesh Election: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के सत्ता से बाहर होने के बाद से अंतरिम सरकार का शासन चल रहा है, जिसका नेतृत्व मोहम्मद यूनुस कर रहे हैं। लगातार चुनाव की तारीखों को लेकर बढ़ते दबाव के बीच अब मोहम्मद यूनुस ने स्पष्ट किया है कि देश में 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में चुनाव कराए जा सकते हैं।
Bangladesh Election: चुनाव सुधार पर जोर
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी समेत अन्य बड़े राजनीतिक दल जल्द से जल्द चुनाव कराए जाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, आलोचनाओं और विरोध के बावजूद यूनुस ने चुनाव की निश्चित तारीख का ऐलान करने की जगह केवल संभावित समयसीमा बताई है।
Bangladesh Election: मोहम्मद यूनुस का कहना है कि चुनाव की प्रक्रिया में आवश्यक सुधारों को पूरा करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि राजनीतिक सहमति बनती है और मतदाता सूची की त्रुटियों को दूर कर लिया जाता है, तो 2025 के अंत तक चुनाव कराना संभव होगा। इसके लिए चुनाव आयोग की सिफारिशों और आवश्यक सुधारों को लागू करने में कम से कम छह महीने का समय लगेगा।
Bangladesh Election: बांग्लादेश में चुनाव प्रक्रिया
बांग्लादेश में चुनाव प्रक्रिया भारत की लोकसभा चुनाव जैसी ही होती है। यहां कुल 350 सीटों वाली संसद है, जिसमें 50 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। इन आरक्षित सीटों पर सीधा चुनाव नहीं होता बल्कि 300 सीटों के लिए हर पांच साल में आम चुनाव कराए जाते हैं।
Bangladesh Election: भारत की तरह यहां भी जिस उम्मीदवार को सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं, वह विजयी घोषित होता है। चुनाव के नतीजे आने के बाद सबसे बड़ी पार्टी या गठबंधन के सांसद अपने नेता का चुनाव करते हैं, जो देश का प्रधानमंत्री बनता है।
मोहम्मद यूनुस के इस बयान के बाद अब राजनीतिक दलों और जनता की नजरें सुधारों और चुनाव की तैयारियों पर टिकी हुई हैं।