21000 करोड़ का निश्वार्थ दान किया…. आधुनिक युग के भामाशाह अनिल अग्रवाल  

कुलदीप शुक्ला.

विश्व में मेटल किंग के नाम से जाने जाने वाले  “वेदांता ग्रुप’ के मालिक “आधुनिक युग के भामाशाह अनिल अग्रवाल”  ने अपने जीवन की सारी कमाई का 75 % “शैक्षणिक कार्यों” के लिए दान करने की घोषणा  किया है। लन्दन में बसे अग्रवाल का ये दान भारतीय करेंसी के अनुसार 21000 करोड़ रूपए है। यह अब तक किसी भी भारतीय के द्वारा दान की जाने वाली सबसे बड़ी रकम है।

बिहार के पटना की गलियों से लंदन तक का सफर

बिजनेस टायकून की लिस्ट में शामिल वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। अनिल अग्रवाल बिहार से हैं और कबाड़ के धंधे से छोटा व्यापार शुरू करके माइंस और मेटल के सबसे बड़े कारोबारी बने। आज ये 14000 हजार करोड़ से ज्यादा के मालिक हैं।

राजस्थान में 19 व 20 नवंबर को होने जा रहे रिसर्जेंट राजस्थान (आरआर) में देश के 70 बड़े औद्योगिक घरानों समेत 500 से ज्यादा बिजनेसमैन शामिल होंगे। इसमें अनिल अग्रवाल का नाम भी शामिल है।
15 साल की उम्र में छोड़ दिया था स्कूल.
अनिल ने महज 15 साल की उम्र में अपने पिता के बिजनेस के लिए स्कूल छोड़ दिया था और मुंबई आ गए थे। इसके बाद पिता के बिजनेस में हाथ बंटाने लगे। उन्होंने अपना करियर स्क्रैप डीलर के तौर पर शुरू किया था और आज देश के टॉप बिजनेसमैन की लिस्ट में शुमार हैं और वह धातु और तेल एवं गैस के कारोबार से जुड़े हैं। बिहार के पटना की गलियों से लंदन तक का सफर तय करने वाले मशहूर एंटरप्रेन्योर अनिल अग्रवाल ने अपनी कमाई के संबंध में बड़ी घोषणा की है. पटना में ही 24 जनवरी 1954 को जन्मे और स्थानीय ‘सर जी डी पाटलिपुत्रा हाई स्कूल’ के छात्र रहे अनिल अग्रवाल ने कल लन्दन में अपने परिवार की सहमति के बाद घोषणा किया कि वे यह रकम भारत में नि:शुल्क शिक्षा के बड़े प्रोजेक्टों में दान देना चाहते हैं. और यहाँ ऑक्सफ़ोर्ड से भी बड़ी यूनिवर्सिटीज बनाना चाहते हैं जो ‘नो प्रॉफिट नो लॉस’ के आधार पर चलेंगी.
करेंगे 21000 करोड़ रुपए दान
वेदांता रिसोर्सेज के मालिक अनिल अग्रवाल अपनी 75 % संपत्ति दान करेंगे। उनके पास 21,385 करोड़ रुपए की संपत्ति है। यानी अग्रवाल परिवार करीब 16,000 करोड़ रु. की संपत्ति दान करेगा। वे भारतीय अमीरों में 51वें स्थान पर हैं। लंदन स्टॉक एक्सचेंज में वेदांता की लिस्टिंग के 10 साल होने पर अनिल ने दान की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि पैसा ही सबकुछ नहीं है, जो कमाया उसे समाज को लौटाना चाहता हूं। उन्होंने बिल गेट्स से मिलने के बाद दान का फैसला किया है।
दो भाई पुत्र और पुत्री भी साथ हैं –
वेदांता ग्रुप को करीब से जानने वाले बताते हैं कि वर्तमान में अनिल अग्रवाल के साथ-साथ उनके दो भाई नवीन अग्रवाल और प्रवीण अग्रवाल और पुत्र अग्निवेश अग्रवाल और प्रिया अग्रवाल देखते हैं। अग्निवेश दुबई में रहते हैं। वह हिन्दुस्तान जिंक के बोर्ड में भी हैं। उनका दुबई में अपना मेटल का भी मोटा कारोबार है। बेटी केयर्न बोर्ड में हैं। उसने आकर्षक हेब्बार नाम के बैंकर से विवाह किया हुआ है। वह पहले विज्ञापन पेशेवर थी।

 

सबसे बड़े दानवीर
1. बिल गेट्स 171100
2. वारेन बफेट 105400
3. जॉर्ज सोरोस 51900
4. गॉर्डन मूर 30500
5. अजीम प्रेमजी 12800

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