साहित्य,
एक एक क्षण अनमोल होता मित्र यहाँ,
व्यर्थ चीज में कभी न वक्त को गवाँइए।
रखिए सदैव मान, समय का आप यहाँ
मान – सम्मान फिर समय से पाइए ।।
इतिहास रचने में है यथेष्ट एक क्षण,
बात -बात में निराश आप न हो जाइए।।
काम है अनेक पर समय तो सीमित है,
है बुलाता कर्म सब छोड़ चले आइए।।
-: हरीश पटेल “हर” ग्राम – तोरन(थान खम्हरिया)
बेमेतरा