सागर
सागर रविन्द्र भवन सभागार में दोपहर 12ः00 बजे से आजादी की पूर्व संध्या पर आजादी का अमृत महोत्सव, आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य सहयोगी स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर, रोटरी क्लब सागर थे।
सर्वप्रथम कार्यक्रम संयोजक डॉ. अनिल कुमार तिवारी ने मुख्य अतिथि मा. भूपेन्द्र सिंह जी, मंत्री महोदय को षाल श्रीफल व पुश्पगुच्छ भेंट कर स्वागत सम्मान किया और कहा कि स्वामी विवेकानंद विष्वविद्यालय ने सागर के बेरोजगारो को निःषुल्क प्रषिक्षण से आत्मनिर्भर बनानें का संकल्प लिया है। विष्वविद्यालय परिसर में भी मुख्यमंत्री महोदय श्री षिवराज सिंह चैहान जी ने आत्मनिर्भर भवन का षिलान्यास किया था परिसर में भी हथकरघा, सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, मधुमख्खी पालन, कृशि, जैविक कृषि का प्रषिक्षण निःषुल्क प्रदान किया जा रहा है। लगभग 10 महिलाओं को प्रषिक्षण हेतु छिदवाड़ा के सौसर में भेजकर गौ काष्ट से धूपवत्ती, अगरबत्ती, स्मृति चिन्ह बनाने का भी प्रषिक्षण करा दिया है। जिसका व्यवसायिक उत्पादन शीघ्र प्रारंभ हो जायेगा। उन्ही को प्रधानमंत्री पथ विक्रेता ऋण योजना का लाभ दिलाकर 110 महिलाओं को 10-10 हजार रूपये दिलवाये साथ ही महिलाओं को एक समूह बनाकर उनको वित्त पोशित कराया। कपड़े सिलाई हेतु मशीन दिलाई अथवा आत्मनिर्भर बनाने हेतु संसाधन उपलब्ध कराये। विभिन्न बैंकों से अनुदान स्वरूप भी सहायता दिलायी एवं घरों, बाजारों, मुहल्लों में अपनी दुकान भी स्थापित कर स्वयं द्वारा निर्मित वस्तुओं का विक्रय कर रहे हैं लगभग 20 महिलाओं ने अपनी दुकान भी प्रारंभ कर दी है इसके साथ ही बहुत सी महिलाओं ने दूसरे की दुकानों, संस्थानों में भी रोजगार प्राप्त कर लिया है।
डॉ. अजय तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आजादी के 75 वर्ष को मनाया जाए साथ ही प्रतियोगिताएं जैसे स्वतंत्रता संग्राम के 75 स्थलों, स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित 75 महापुरुषों के जीवन आदि से संबंधित प्रतियोगिताएं आयोजित कर युवाओं को इस महोत्सव से जोड़ें एवं विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से इस पर्व की महत्ता को समझाने का प्रयास करें।
मुख्य अतिथि मा. भूपेन्द्र सिंह जी, मंत्री महोदय ने कहा कि पूरा देश आजादी की इस 75वी सालगिरह को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। इसे अमृत महोत्सव के रूप में मानने का उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी और आने वाले पीढ़ी को भारत के इतिहास, संस्कृति और महापुरुषों से रूबरू कराना है। उन्होंने कहा कि, जो देश अपने इतिहास को नहीं जानता वह लार्मी के मार्ग पर खड़ा रहता है। आज यह आवश्यक है कि, वर्तमान पीढ़ी अपने देश के इतिहास को जाने और यहां की समृद्ध संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाये।
सागर कलेक्टर श्री दीपक सिंह जी ने कहा कि आज का भारत एक नया आत्मनिर्भर भारत है जो पूरे स्वाभिमान और सम्मान के साथ विश्व पटल पर अपनी पहचान कायम कर चुका है। उन्होंने बताया कि आजादी के पहले जहां हम देश का नमक नहीं खा सकते थे वहीं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने नमक सत्याग्रह शुरू कर देशवासियों को स्वदेशी नमक का हक दिलाया। आज के इस स्वाभिमानी, आत्मनिर्भर भारत का सर्वाधिक महत्वपूर्ण उदाहरण कोरोना वैक्सीन का है। जिसमें हमारे देश में वैक्सीन बनाने का कार्य सबसे तेजी से चल रहा है।
नगर विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा कि देश की आजादी के 75 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ कि, भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता की। स्वतंत्रता के पर्व पर हम सभी यह संकल्प लें कि, गुलामी के प्रतीकों को छोड़ स्वाभिमानी भारत की ओर बढ़ते भारत के विकास में सहयोगी बनेंगे। हमें आज भी बहुत मेहनत और कार्य करने की जरूरत है परंतु निश्चित तौर पर भविष्य में भारत विश्व गुरु के रूप में जाना जायेगा।
संभागायुक्त श्री मुकेश शुक्ला ने कहा कि आजादी का पर्व और इसके साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर उनका सम्मान करना एक अनुकरणीय पहल है ऐसा सिर्फ भारत देश में ही सम्भव है हम सभी को मिलकर सम्पूर्ण भारत देष को आत्मनिर्भर बनाना है जो भी हमें हुनर प्राप्त हो उसको दूसरों में भी बांटे, उनको सिखाये, उनको आत्मनिर्भर बनाए तभी हम सही मायनों में हम आजाद भारत की स्थापना कर सकते है।
समस्त रविन्द्र भवन आजादी के रंग में सराबोर था। आजादी के देष प्रेम के गीत संगीत, कारगिल षहीद के परिवारों का सम्मान, कोरोना काल में सागर में जन सेवा करने वाली संस्थाओं में गायत्री परिवार, विचार संस्था, सेवा भारती, जिला तंजिम कमेटी, षुभारंभ फाउंडेषन, गुरूनानक लंगर