रायपुर: Samarth Bharat Conclave: राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए युवाओं को कौशल विकास, आर्थिक रूप से सशक्त बनाने तथा सामाजिक उद्यमिता को बढ़ावा देना अत्यंत आवश्यक है। आईसेक्ट समूह द्वारा यहां एक स्थानीय होटल में आयोजित 4 थी समर्थ भारत कॉन्क्लेव में कहा। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य ”कौशल विकास, वित्तीय समावेशन और सामाजिक उद्यमिता की भूमिका“ पर चर्चा कर विकसित भारत के निर्माण की दिशा में कार्य करना है। ऐसे आयोजनों के माध्यम से युवाओं में जागरूकता और नेतृत्व कौशल का विकास होता है।
Samarth Bharat Conclave: कौशल आधारित शिक्षा समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए आवश्यक
मंत्री वर्मा ने युवाओं से आह्वान किया कि वे कौशल आधारित शिक्षा अपनाकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य करें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 के विज़न को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ को समृद्धशाली बनाना जरूरी है। इसके लिए इस कॉन्क्लेव में होने वाली चर्चा से मदद मिलेगी। युवा शक्ति के माध्यम से देश के विकास को गति मिलेगी। राज्य के पहले बजट में ज्ञान तथा दूसरे बजट में ज्ञान को गति देने वाले तत्वों को बजट का आधार बनाया गया।
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने किया 4 थी समर्थ भारत कॉन्क्लेव का उद्घाटन
Samarth Bharat Conclave: समृद्ध राष्ट्र और राज्य बनाने के लिए समाज का सर्वांगीण विकास बहुत जरूरी है। राज्य को विकसित बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में अनेक कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, महिला सशक्तिकरण की ओर तेजी से कार्य किया जा रहा है।
Samarth Bharat: कार्यक्रम का आयोजन आईसेक्ट समूह द्वारा किया गया, जो शिक्षा, सशक्तिकरण और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विख्यात है। इस अवसर पर डॉ. सी.वी. रमन यूनिवर्सिटी और स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी का भी विशेष सहयोग रहा। कॉन्क्लेव में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और नवाचारकर्ताओं ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए।
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