रायपुर। कोरोना महामारी के ज्यादा से ज्यादा लोगों का झुकाव डिजिटल सेवाओं की तरफ बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी कई बहुत से ऐसे गाँव और शहर हैं जहाँ लोगों को अपने प्रियजनों के खातों में पैसे भेजने या अपने खाते से पैसे निकालने तक के लिए बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं महामारी के इस दौर में चरमराती आर्थिक परिस्थितियों के बीच पेनियरबाय एक भरोसेमंद और कारगर माध्यम साबित हो रहा है। पेनियरबाय की मदद से वित्तीय और डिजिटल सेवाएं लोगों तक आसानी से पहुँच रही हैं।
बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के भाटापारा के ग्राम पासीद में रहने वाले गजेंद्र मनोज मोबाइल के नाम से दुकान का संचालन करने के साथ ही पेनियर बाय से भी जुड़े है और अब वे इस क्षेत्र में पेनियर बाय के सुपर डिस्ट्रीब्यूटर बन चुके हैं। आज वह एक खुशहाल जिन्दगी जी रहे हैं और वह इसका सारा श्रेय पेनियर बाय को देते हैं। इन रिटेलर्स को डिजिटल प्रधान के रूप में जाना जाता है क्योंकि इनकी आगे बढ?े की जिद्द बना रही है देश को डिजिटल रूप से सक्षम।
पेनियरबाय एक ऐसा एप्प है जिससे आप पैसे भेजने और निकालने, आधार बैंकिंग, बिल भुगतान, मोबाइल रिचार्ज, सेविंग्स, डिजिटल पेमेंट और इन्शुरन्स जैसी सारी सुविधाएं अपने नजदीकी रिटेलर की मदद से अपने लोगों तक पहुँचा सकते हैं। अपनी आमदनी बढ?े का और अपने सपने साकार करने का यह बहुत आसान तरीका है जिसमें किसी इन्वेस्टमेंट की जरूरत नहीं होती। आज देशभर में 15 लाख से भी ज्यादा रिटेलर्स पेनियरबाय के साथ जुड़कर 15 करोड़ ग्राहकों को सेवा दिला रहे हैं।