रायपुर: Hasdev Case: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज वरिष्ठ नेताओं के साथ हसदेव पहुंच कर पुलिस बर्बरता के शिकार घायल आदिवासियों से मुलाकात किया। आदिवासी वर्ग और आम जनता अरण्य क्षेत्र में जंगलों की कटाई का विरोध कर रहे। इस दौरान महिलाओं एवं पुरुषों ने अपने शरीर पर पुलिस की बर्बरता के निशान दिखाये। किसी के सिर में चोट लगी है तो किसी के शरीर पर लाठियों के निशान दिख रहे है।
Hasdev Case: भाजपा की सरकार अपने मित्र अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए बंदूक की नोक पर जंगलों की कटाई करवा रही
Hasdev Case:हसदेव अरण्य क्षेत्र की कटाई को कांग्रेस की सरकार ने रोका था, विधानसभा में संकल्प पारित करके केंद्र सरकार से हसदेव अरण्य क्षेत्र में नए खदानों के आवंटन को रोकने की मांग किया था। विधानसभा में हसदेव जंगल की कटाई को रोकने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास हुआ था, उसमें बीजेपी के विधायक भी शामिल थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि गंभीर बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज किया गया। वर्षो से ग्रामीण आदिवासी आंदोलन कर रहे। पेड़ कटाई का विरोध कर रहे, फर्जी ग्राम सभा की जांच की मांग कर रहे रहे, सरकार के इशारे पर हजारों पुलिस बल तैनात कर पेड़ कटाई करवाया गया।
Hasdev Case: आदिवासियो की लाशो पर उद्योगपतियो को कोयला उत्खनन करना चाह रही है। यह सरकार आदिवासी विरोधी है। सरकार मॉ के नाम पेड़ लगाओ का नारा देती और बाप के नाम हजारो पेड़ कटवा रही है। मुख्यमंत्री जवाब दे आदिवासियों का जल-जंगल-जमीन किसको सौंपना चाहते है। सरकार किसके इशारे में काम कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा की सरकार बनते ही हसदेव की जंगलों की कटाई की अनुमति दे दिया गया जिसके कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। मुख्यमंत्री, अडानी के दबाव में काम कर रहे हैं और आदिवासी समाज के भावनाओं को कुचल रहे हैं। हसदेव अरण्य का जंगल आदिवासियों के लिए पूजनीय है।
भाजपा की सरकार जल, जंगल और जमीन पर कब्जा करने के लिए तानाशाही पर उतर आई है। बड़ी शर्म की बात है प्रदेश में आदिवासी वर्ग से मुख्यमंत्री होने के बावजूद सबसे ज्यादा अत्याचार आदिवासी वर्ग के ऊपर हो रहा है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है तत्काल हसदेव अरण्य की जंगलों की कटाई को रोका जाए।