कोरोना महामारी से जहां पीड़ित और उनके घरवाले परेशान हैं,उससे अधिक डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ. युद्ध स्तर पर इलाज करने में जुटे डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ एक तरफ की खुद की सुरक्षा दांव पर लगाए हुए हैं तो दूसरी तरफ पीड़ितों की देख रेख में ही सुबह से शाम हो जा रही है. लगातार काम में जुटे होने पर जाहिर सी बात है कि इनका तनाव भी अधिक है. जैसा सबको पता है कि कई सेलेब्स इन दिनों कोरोना संक्रमितों की मदद करने में अलग-अलग तरह से जुटे हुए हैं. ऐसे में अली असगर की कोशिश वाकई निराली और काबिले तारीफ है.
कॉमेडियन अली असगर ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए बताया कि ‘मैं पिछले साल से ही जितना हो सकता है इस मुश्किल समय में कर रहा हूं’. अली ने बताया कि वह अस्पताल में जाकर हेल्थ वर्कर्स को एंटरटेन कर रहे हैं. अली ने ये भी बताया कि उन्होंने अब तक इस बारे में कुछ कहा इसलिए नहीं क्योंकि उनका मानना है कि एक हाथ से दो तो दूसरे हाथ को पता नहीं चलना चाहिए. मुझे मुंबई के सियन अस्पताल में यंग इंटर्न्स, डॉक्टर्स, नर्स और बाकी हेल्थ वर्कर्स को होस्ट करने का मौका मिला. मैंने एक ऑडिटोरियम में उनके लिए परफॉर्म किया. कुछ डॉक्टर्स ने गाना गाया. जो वहां के डीन थे उन्होंने मोटिवेशनल स्पीच दी जिसमें उन्होंने इस महामारी के दौर में मेडिकल फैटर्निटी पर किस तरह का दबाव पड़ रहा है इसके बारे में बताया’.
अली ने कहा, डॉक्टर्स लगातार काम करके थक जाते हैं और उनका स्ट्रेस कोई नहीं मिटा सकता. वह अपने परिवार के पास भी नहीं जा सकते तो ऐसे मौके पर उन्हें एंटरटेन करना अच्छा लगा. मुझे ऐसा लगा कि इस महामारी में कुछ अच्छा करने का ये मेरा कॉन्ट्रिब्यूशन था. मैंने अपने देश के लिए कुछ दिया.’
अली ने कहा, ‘लॉकडाउन में ये दूसरी ईद है. ऐसा लगता है जिंदगी रुक हई है. पिछले साल कुछ उम्मीद थी और किसी को कोविड की दूसरी और तीसरी लहर के बारे में नहीं पता था. अब तो ये हालत है कि ऐसा लगता है आज हम बच गए, आज का दिन निकल गया'.