सरसों का भाव 7,900 रुपये पर पहुंचा, तेल दादरी 14750 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंची

नई दिल्ली 
विदेशी बाजारों में तेजी के रुख के बीच स्थानीय और निर्यात मांग बढ़ने के कारण दिल्ली तेल तिलहन बाजार में बृहस्पतिवार को सरसों, सोयाबीन तेल-तिलहन, बिनौला, सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में सुधार दर्ज हुआ तथा बाकी तेलों के भाव लगभग पूर्वस्तर पर ही बंद हुए।   तेल कारोबार के विशेषज्ञों के अनुसार, मलेशिया एक्सचेंज में चार प्रतिशत और शिकागो एक्सचेंज में लगभग एक प्रतिशत की तेजी थी। इस तेजी का अनुकूल असर देश के तेल तिलहन कीमतों पर हुआ। आगरा की सलोनी मंडी में सरसों के खरीद भाव 7,600 रुपये से बढ़कर 7,900 रुपये प्रति क्विन्टल हो गया है।
 
सूत्रों ने कहा कि देश में सोयाबीन दाना (तिलहन) की स्थानीय मांग के अलावा सोयाबीन के तेल रहित खल (डीओसी) की भारी निर्यात मांग है। दूसरी ओर मंडियों में सोयाबीन की आवक काफी कम है तथा तेल मिलों और व्यापारियों के पास इसका स्टॉक खत्म है। महाराष्ट्र के लातूर में सोयाबीन दाना की जो आवक 7-8 हजार बोरी की थी वह घटकर 3-4 हजार बोरी रह गई है। डीओसी की भारी निर्यात मांग को देखते हुए सोयाबीन तेल तिलहनों के भाव लाभ दर्शाते बंद हुए।  मलेशिया एक्सचेंज में पर्याप्त तेजी के बीच सीपीओ और पामोलीन दिल्ली एवं कांडला की कीमतें क्रमश: 10 रुपये, 50 रुपये और 50 रुपये के सुधार के साथ बंद हुए। सामान्य कारोबार के बीच मूंगफली तेल तिलहनों के भाव भी पूर्वस्तर पर बने रहे जबकि स्थानीय मांग की वजह से बिनौला तेल में भी सुधार आया।