सचिन वाजे के सहयोगी रियाज काजी को NIA ने किया गिरफ्तार 

मुंबई
मुकेश अंबनी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक रखने के मामले और मनसुख हिरेन की हत्या केस में गिरफ्तार सचिन वाजे को कोर्ट ने अब जेल भेज दिया है। इस केस की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सचिन वाजे के सहयोगी एपीआई रियाज काजी को रविवार (11 अप्रैल) को गिरफ्तार किया है। इसकी जानकारी एनआईए के अधिकारियों ने दी है। एनआईए की 27 दिन की कस्टडी के बाद शुक्रवार (09 अप्रैल) को सचिन वाजे को जेल भेजा गया है। एनआईए ने कोर्ट से खुद ही कहा है कि उनको अब सचिन वाजे से पूछताछ करने की जरूरत नहीं है। सूत्रों के मुताबिक एंटीलिया केस की जांच एनआईए ने लगभग पूरी कर ली है।
 
दूसरी ओर मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है। इस मामले में सीबीआई ने रविवार को अनिल देशमुख के दो निजी सहायकों को उनके बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है। परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर आरोप लगाया है कि अनिल देशमुख सचिन वाजे से हर महीने 100 करोड़ रुपए वसूली के लिए बोलते थे। हालांकि अनिल देशमुख ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया है। मामले में सीबीआई जांच के आदेश हाईकोर्ट ने दिए हैं। हालांकि महाराष्ट्र सरकार और अनिल देशमुख ने बॉम्बे हाई कोर्ट के सीबीआई जांच वाले फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अनिल देशमुख की याचिका खारिज कर दी है।

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा अनिल देशमुख और सचिन वाजे का नाम लेने के बाद एनआईए और सीबीआई की जांच एक-दूसरे से आपस में जुड़ गई है। इसलिए सचिन वाजे को जेल भेजने से पहले शुक्रवार को सीबीआई ने एनआईए दफ्तर जाकर अनिल देशमुख केस में सचिन वाजे से बयान लिया था। सचिन वाजे से सीबीआई ने तीन घंटे पूछताछ की थी। एनआईए ने सचिन वाजे की डायरी और अन्य डिजिटल सबूत भी सीबीआई के साथ साझा किए हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here