रायपुर,
यकृत (लिवर) से संबंधित बीमारियों के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रत्येक वर्ष 19 अप्रैल को ‘विश्व लिवर (यकृत) दिवस’ (World Liver Day) मनाया जाता है। इस दिन लिवर को स्वस्थ रखने के लिए लोगों को जागरुक किया जाता है, ताकि वह अच्छे से अपना जीवन जी सकें । अगर आपका शरीर स्वस्थ नहीं है, तो आपका मन भी काम में नहीं लगता है इसलिए बेहतर स्वास्थ्य अत्यंत आवश्यक है ।
विश्व लिवर दिवस के बारे में जानकारी देते हुए, जिला अस्पताल पंडरी म कैंसर विशेषज्ञ डॉ. प्रतिभा शर्मा कहती है,“लिवर मस्तिष्क को छोड़कर शरीर का सबसे जटिल और दूसरा सबसे बड़ा अंग हैं। यह शरीर के पाचन तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के साथ साथ शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, वहीं रक्त शर्करा (Blood Sugar) को नियमित करने में लिवर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । लिवर की बीमारी को समझने के लिए डॉक्टर द्वारा अपनी जांच करवानी चाहिए। ‘’
विश्व लिवर (यकृत) दिवस का मूल उद्देश्य लिवर से संबंधित बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाना है । लोगों को हेपेटाइटिस A, B, C, शराब और ड्रग्स के कारण लिवर की बीमारियां हो सकती हैं। वायरल हेपेटाइटिस, दूषित भोजन और पानी के सेवन, असुरक्षित यौन व्यवहार और नशीली दवाओं के सेवन के कारण होता है। लिवर रक्त के थक्के (अधिक मोटा/गाढ़ा करना) के निर्माण में सहायता करता है। वर्ष 2018 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया, जिसका उद्देश्य भारत में वायरल हेपेटाइटिस को रोकना और नियंत्रित करना है।
लिवर की देखभाल कैसे करें
पौष्टिक भोजन लें, जंक फूड, प्रसंस्कृत शर्करा और डिब्बाबंद भोजन से परहेज करें। कोला, सोडा, फलों के रस, मिठाई, बेकरी आइटम और कैंडी का सेवन सीमित करें। विशेषज्ञ द्वारा बताई गई मात्रा में नियमित अंतराल पर भोजन करें।
साबुत अनाज, ताजे फल और सब्जियां अपने दैनिक आहार का हिस्सा बनाए, दिन लगभग आधे घंटे तक योग/व्यायाम करें। साइकिल चलाना, योग, दौड़ना या जॉगिंग जैसी गतिविधियां करें। धूम्रपान और शराब का सेवन ना करें ।