वंदे भारत पर पथराव, भाजपा ने मामले की जांच एनआईए से कराने की मांग की

मालदा /पश्चिम बंगाल, (भाषा)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर, 2022 को हावड़ा और न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इसके कुछ दिनों बाद यह घटना सामने आई है। उस पर पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में पथराव किया गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा कराए जाने की मांग की है।

रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। मालदा शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर कुमारगंज रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन पर पथराव किया गया। इस घटना में 22303 वंदे भारत एक्सप्रेस के डिब्बा संख्या सी-13 का शीशा टूट गया है।

अब भारतीय जनता पार्टी ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और टीएमसी कार्यकर्ताओं पर वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंकने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने इसे टीएमसी की साजिश करार दिया है।

भाजपा ने की एनआईए जांच की मांग 
भारतीय जनता पार्टी ने वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव मामले में एनआईए जांच की मांग की है। भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि क्या यह घटना हावड़ा स्टेशन में वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन समारोह के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने का बदला थी। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री और रेल मंत्रालय से अपील करता हूं कि इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी जाए और अपराधियों को दंडित किया जाए।

नारेबाजी से नाराज हो गईं थी ममता 
वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्धाटन के दौरान ममता बनर्जी ने हावड़ा स्टेशन पर मंच पर बैठने से इनकार कर दिया। यहां से न्यू जलपाईगुड़ी के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई जानी थी। बताया जा रहा है कि रेलवे स्टेशन पर आई भीड़ में से कुछ लोगों ने जोरदार नारेबाजी की। इसके बाद ममता बनर्जी ने मंच पर बैठने से इनकार कर दिया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ममता बनर्जी को शांत करने का प्रयास किया। हालांकि, ममता ने मंच नहीं जाने का फैसला किया और मंच के सामने कुर्सी पर बैठ गईं।

पहले भी हो चुकी हैं वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाएं
इससे पहले भी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाएं हुई हैं। 15 दिसंबर 2022 को छत्तीसगढ़ में नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थर फेंके गए थे, इसके चलते ट्रेन की खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया था। हालांकि यात्रियों को कोई नुकसान नहीं हुआ था। यह घटना दुर्ग और भिलाई स्टेशनों के बीच हुई थी। इस घटना के मात्र चार दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ किया था।

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