कुलदीप शुक्ला
सीएम भूपेश बघेल की अपील श्रमिक दिवस 1 मई को बोरे बासी खाकर मनाने की गूंज देश विदेश तक सुनाई दी | सीएम भूपेश बघेल ने श्रमिक दिवस 1 मई को बोरे बासी खाकर और तीन मई को अक्ति तिहार में माटी पूजा कर खेती किसानी के शुभारंभ किये और अब 90 विधान सभा में भेंट मुलाकात अभियान के द्वारा जन जन तक पहुंच कर लोगों की दुःख सुख में शरीक हो कर उनकी समस्यों का समाधान करने एक बड़ा कदम उड़ाया है |
सीएम भूपेश बघेल के अपील श्रमिक दिवस पर बोरे बासी खाकर मनाने की बात की जिसका एक पहलु और है वो बढती मंहगाई से लोगों को राहत मिलेगा । क्योंकि बोरे बासी से सिर्फ शरीर को लाभ नही होगा , इसका फायदा वर्तमान अर्थ व्यवस्था पर भी असर करता है। ये मध्यम और श्रमिक और उच्च वर्ग परिवारों पर पड़ता हैं । जो लोगो सुबह के समय बोरे बासी का सेवन कर ते है, उसे तेल से तला भोजन की आवश्यकता नही होगी । सोचो एक परिवार एक माह में दो किलो तेल की बचत बोरे बासी खाकर कर सकता है तो करोड़ परिवार कितने लिटर तेल की बचत कर लेगे। जिससे अर्थ व्वस्था में सुधार होगी, घर की अर्थ व्वस्था सुधरेगी।
छत्तीसगढ़ में पारम्परिक रूप से मेहनतकशों के दैनिक भोजन का हिस्सा बोरे-बासी रहा है। बोरे बासी में सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। गर्मीं के दिनों में शरीर को ठंडा रखने के साथ पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए भी यह रामबाण है। बघेल ने कहा कि हमारी संस्कृति और परम्पराओं में स्वस्थ जीवन के कई सूत्र और रहस्य छुपे होते हैं, जिसे हमें जानने, पहचानने और अपनाने की जरूरत है।
हमें हमारी युवा पीढ़ी को भी अपने आहार और संस्कृति के प्रति गौरव का अहसास कराना बहुत जरूरी है। बघेल ने अपील की है कि सभी एक मई को मजदूर दिवस के दिन आमा के अथान और गोंदली के साथ हर घर में बोरे-बासी खाएं और अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व महसूस करें। छत्तीसगढ प्रदेश को आर्थिक और सामाजिक विकास की रफ्तार तेज हो।
मुख्यमंत्री ने हम सब की सामाजिक-आर्थिक खुशहाली के लिए ऐसा कदम उठा कर बडी पहल की है। छत्तीसगढ़ सरकार श्रमिकों सहित सभी जरूरतमंद लोगों के विकास का हरसंभव प्रयास कर रही है।
चाहे श्रमिक दिवस पर बोरे बासी खाकर हो या तीजा – पोरा में महिलाओं की सम्मान की बात हो ,हरेली,दीवाली छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति,आदिवासी लोक नृत्य जैसे अनेक अवसर और तिहार पर सीएम भूपेश बघेल ने लोगों के की समस्यों को सुन कर उसका समाधान किये |
इस कड़ी में प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में आमजनता, जनप्रतिनिधियों और समाज प्रमुखों से ’भेंट-मुलाकात’ के अभियान पर निकले हैं ।
उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान शासकीय योजनाओं की धरातल पर स्थिति की जानकारी लूंगा। आम जनता जनप्रतिनिधियों से मिल कर योजनाओं के बारे में जानकारी मिलती है, क्या संशोधन होना चाहिए, क्या जुड़ना चाहिए, इसकी जानकारी मिलती है।
उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान गांवों में हुए अच्छे कार्यो के साथ वहां की समस्याओं के बारे में भी जानकारी मिलेगी। मेरी कोशिश होगी की मैं अधिक से अधिक समय लोगों के साथ बिताऊं। उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान वे पीडीएस दुकान, पंचायत कार्यालय, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केन्द्र, थाने, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, नगर पंचायत के दफ्तर जाएंगे।
ये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मास्टर स्टोक है, आने वाले 2023 की आम चुनाव की तैयारी पर अपनी मिसाद रख रहे है |मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दूसरी इनिग की तैयारी है |