नई दिल्ली,
अफगानिस्तान में अब तालिबान का कब्जा है. तालिबान (Taliban) को कब्जा किए हुए लगभग तीन सप्ताह हो रहा है, लेकिन अभी तक तालिबान के किसी भी नेता ने सरकार बनाने के बारे में अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है. आज भारतीय विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान (Afghanistan) के हालात पर कई बड़ी बातें कहीं. प्रवक्ता अरिंदम बागची (MEA Spokesperson Arindam Bagchi) ने कहा कि तालिबान में किस तरह की सरकार बनेगी या फिर उसका नेचर कैसा होगा इस बारे में हमारे पास कोई जानकारी नहीं है. अरिंदम बागची पत्रकारों के सावलों का जवाब दे रहे थे.
उनसे अरिंदम बागची से पूछा गया कि क्या दोहा में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों और तालिबानी अधिकारियों के बीच कोई मीटिंग हुई है तो उन्होंने कहा कि हमारी तालिबान के साथ बैठक के बारे में मुझे किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ इतना है कि अफगानिस्तान की जमीन का उपयोग किसी भी तरह से आतंकी गतिविधियों के लिए न हो.
विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि अफगानिस्तान में फंसे हुए अधिकतर भारतीय लोगों की वापसी हो गई है. प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अधिकांश भारतीय जो वापस आना चाहते थे उन्हें वापस ले आया गया है. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अभी भी कुछ लोग अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं लेकिन यह संख्या कितनी है इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है.
उन्होंने कहा कि अभी काबुल हवाई अड्डे का संचालन बंद है, जैसे ही एयरपोर्ट का संचालन शुरू होता है वहां फंसे हुए भारतीयों को निकालने का काम फिर से शुरू होगा. उन्होंने कहा कि कितने लोग वापस आए इसकी निश्चित संख्या नहीं है लेकिन ज्यादातर लोगों को लाया जा चुका है.