नई दिल्ली,
बजाज समूह के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज का शनिवार को पुणे में उनके आवास पर निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। समूह के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। राहुल बजाज ने बजाज ऑटो में गैर-कार्यकारी निदेशक और चेयरमैन पद से पिछले वर्ष 30 अप्रैल को इस्तीफा दिया था, हालांकि वह चेयरमैन एमेरिटस बने रहे। कुछ समय से उनकी तबियत ठीक नहीं थी और शनिवार को दोपहर करीब ढाई बजे उनका निधन हो गया। अधिकारी ने बताया कि बजाज की अंत्येष्टि रविवार को की जाएगी। बजाज के परिवार में उनके दो बेटे राजीव बजाज और संजीव बजाज तथा बेटी सुनैना केजरीवाल हैं।
बजाज समूह के पूर्व चेयरमैन और पद्म भूषण से सम्मानित राहुल बजाज के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम दिग्गज नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करते हुए कहा कि राहुल बजाज के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उनके निधन से उद्योग जगत में एक खालीपन आ गया है. उसके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
Saddened to learn of Shri Rahul Bajaj’s demise. A doyen of Indian industry, he was passionate about its priorities. His career reflected the rise and innate strength of the nation’s corporate sector. His death leaves a void in the world of industry. My condolences to his family.
— President of India (@rashtrapatibhvn) February 12, 2022
पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘राहुल बजाज जी को वाणिज्य और उद्योग जगत में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए याद किया जाएगा। व्यवसाय से परे, वह सामुदायिक सेवा के प्रति उत्साही थे और एक महान संवादी थे, उनके निधन से आहत हूं, उसके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं। ॐ शांति!’
Shri Rahul Bajaj Ji will be remembered for his noteworthy contributions to the world of commerce and industry. Beyond business, he was passionate about community service and was a great conversationalist. Pained by his demise. Condolences to his family and friends. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 12, 2022
बजाज का निधन भारत के लिए बड़ी क्षति: राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उद्योगपति राहुल बजाज के निधन पर दुख जताते हुए शनिवार को कहा कि उनका जाना देश के लिए बड़ी क्षति है। बजाज समूह के पूर्व अध्यक्ष राहुल बजाज का शनिवार को पुणे में निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘राहुल बजाज का निधन भारत के लिए बड़ी क्षति है। हमने एक ऐसा दूरदर्शी व्यक्ति खो दिया है जिन्होंने हमें गौरवान्वित किया। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरा स्नेह और संवेदना है।’’ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दुख जताते हुए कहा, ‘‘सत्ता के सामने सच बोलने से पीछे नहीं हटने वाले एक अगुवा आज नहीं रहे। भारत राष्ट्र निर्माण के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को याद करेगा। हमारी भावभीनि श्रद्धांजलि।’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा और कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी राहुल बजाज के निधन पर दुख जताया।
Rahul Bajaj’s passing is a big loss to India. We have lost a visionary whose courage made us proud.
My love and condolences to his family and loved ones. pic.twitter.com/SnWJpYDV85
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 12, 2022
राहुल बजाज का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ: महाराष्ट्र सरकार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि जाने माने उद्योगपति राहुल बजाज का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। ठाकरे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बजाज के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि देश के औद्योगिक विकास में उनके योगदान की कोई सानी नहीं । ठाकरे ने कहा कि उन्होंने बजाज का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने का निर्देश दिया है। राज्यपाल ने कहा, ‘‘राष्ट्र के स्वतंत्रता आंदोलन और इसके औद्योगिक एवं सामाजिक विकास में बजाज परिवार का योगदान बहुत ऊंचा है। बजाज समूह के अध्यक्ष के तौर पर अपने कार्यकाल में राहुल बजाज ने भारत में ही नहीं वरन विदेशों में भी समूह का कारोबारी साम्राज्य बढ़ाया।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि देश ने न केवल एक महान उद्योगपति को खो दिया है बल्कि एक ऐसे व्यक्ति को खो दिया है, जो अपने सामाजिक दायित्व के प्रति सजग थे और देश के समक्ष उत्पन्न स्थितियों को लेकर काफी मुखर रहते थे।
राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को हुआ था। उन्होंने ऑटोमोबाइल, जनरल बीमा तथा जीवन बीमा, निवेश एवं उपभोक्ता फाइनेंस, घरेलू उपकरण, इलेक्ट्रिक लैंप, पवन ऊर्जा, स्टेनलेस स्टील जैसे क्षेत्रों में कारोबार करने वाले बजाज समूह का नेतृत्व किया। उन्होंने बजाज समूह के कारोबार की कमान 1965 में संभाली और इसे वृद्धि के रास्ते पर बढ़ाया। उनके नेतृत्व में बजाज ऑटो का कारोबार 7.2 करोड़ रुपये से बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का बजाज चेतक स्कूटर मध्यमवर्गीय भारतीय परिवारों की आकांक्षा का प्रतीक बना और उस दौर में ‘हमारा बजाज’ धुन उनके बेहतर भविष्य की आकांक्षाओं को प्रतिध्वनित करने लगी।
2005 में उन्होंने कंपनी की जिम्मेदारी धीरे-धीरे अपने बेटे राजीव बजाज को सौंपनी शुरू की। राजीव बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक बन गए और कंपनी को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया। देश के सबसे उद्योगपतियों में से एक बजाज जून 2006 में राज्यसभा में मनोनीत हुए और 2010 तक सदस्य रहे। राहुल बजाज को पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था तथा कई विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई। वह इंडियन एयरलाइंस के चेयरमैन, आईआईटी-बॉम्बे के निदेशक मंडल के चेयरमैन समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। राहुल बजाज ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक किया था। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की थी और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया था।