जयपुर,
पद्मश्री से सम्मानित वयोवृद्ध गांधीवादी विचारक डॉ. एस.एन. सुब्बाराव का आज यहाँ निधन हो गया. वह 93 वर्ष के थे. श्री सुुब्बाराव पिछले कुछ दिनों से सवाईमानसिंह अस्पताल में भर्ती थे.
कल रात उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अस्पताल पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. बुधवार सुबह करीब सात बजे अंतिम सांस ली. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार और चार दिन पूर्व भी श्री सुब्बाराव से मिलने अस्पताल गए थे.
श्रमदान के लिए मशहूर गांधीवादी नेता का राजस्थान से खासा लगाव था. श्री सुब्बाराव श्री गहलोत के कहने पर ही उपचार के लिए राजस्थान आए थे. तभी से वह यहां रह रहे थे. युवाओं के प्रेरणा स्रोत माने जाने वाले गांधीवादी विचारक मूलत: कर्नाटक के रहने वाले थे. वह चम्बल घाटी शांति मिशन के संस्थापक थे तथा उन्होंने कई कुख्यात डाकुओं का आत्मसमर्पण कराया था.
1929 में बेंगलुरु में जन्मे डॉ. सुब्बाराव 13 वर्ष की उम्र में ही भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़ गये थे. गांधीवादी विचारों को स्थापित करने के लिए पहचाने जाने वाले डॉ. सुब्बाराव ने गांधी सेवा संघ की स्थापना कर हजारों लोगों को रोजगार दिया था. वे राष्ट्रीय सेवा योजना संस्थापक सदस्य थे.
उन्होंने नेशनल यूथ प्रोजेक्ट की भी स्थापना की थी. सीएम अशोक गहलोत डॉ. सुब्बाराव को अपना आदर्श मानते थे. गहलोत डॉ. सुब्बाराव से लगातार मार्गदर्शन लेते थे.