नवरात्रि के व्रत में सेहत बनाए रखने के लिए फॉलो करें ये नियम

इस वर्ष, शारदीय नवरात्रि 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक मनाई जाएगी। इन नौ दिनों के समय को बहुत शुभ माना जाता है और हर कोई अपनी भक्ति और पवित्रता के साथ मां दुर्गा को प्रसन्न करना चाहता है। लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं और देवी की पूजा अर्चना करते हैं।
स भी भक्तजन  देवी के प्रति अपनी भक्ति दिखाने के लिए उपवास का पालन करते हैं। कुछ लोग पूरे नौ दिनों के उपवासों का पालन करते हैं। जहां एक तरफ उपवास का संबंध भक्ति से जुड़ा है वहीं दूसरी तरफ इसके सेहत से जुड़े हुए भी कई कारण हैं। शारदीय नवरात्र सर्दियों की शुरूआत के आसपास यानि अक्टूबर-नवंबर में मनाई जाती है । ये वो समय होता है जब आपकी इम्यूनिटी वीक होती है और शरीर को कई बीमारियों का खतरा होता है। इसलिए ऐसे समय में उपवास और  स्वच्छ आहार का पालन करके आप भीतर से खुद को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं। आइये आपको बताते हैं कि अच्छी सेहत के लिए उपवास से जुड़े किन नियमों का पालन करना चाहिए –

आटा और अनाज
आप इन उपवासों के दौरान गेहूं और चावल जैसे अनाजों का उपभोग नहीं कर सकते हैं, लेकिन कुट्टू का आटा या सिंघारे का आटा जैसे विकल्पों का सेवन किया जा सकता है। आप राजगिरा का आटा भी व्रत में खा सकती हैं। चावल के बजाय, आपके पास समई के चवाल खाने का विकल्प होता है। जिनका उपयोग खिचड़ी, ढोकला या खीर बनाने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा सबसे महत्त्वपूर्ण आहार होता है साबूदाना जिसका भी उपभोग व्रत के दौरान करना लाभकारी होता है।

फल का सेवन
आप इन व्रत के दौरान सभी फलों और सूखे मेवों का सेवन कर सकते हैं। यह सभी मौसमी फलों जैसे आम, तरबूज, कस्तूरी तरबूज और सेब का आनंद लेने का सबसे अच्छा समय है। आप एक इंस्टेंट फ्रूट चाट बना सकती हैं जिसमें सेंधा नमक मिला सकती हैं। इससे आपकी सेहत अच्छी होगी साथ ही एक्स्ट्रा कैलोरी से बची रहेंगी।

मसालों का प्रयोग
ध्यान रहे जब आप नवरात्रि व्रत का पालन कर रही हैं, तो आपको समुद्री नमक का उपयोग करने से बचना चाहिए और इसके विकल्प के रूप में सेंधा नमक  का उपयोग करना चाहिए। सेंधा नमक एक अत्यधिक क्रिस्टलीय नमक है, जो समुद्र के पानी को वाष्पित करके बनाया जाता है और इसमें उच्च मात्रा में सोडियम क्लोराइड नहीं होता है। आयुर्वेद में, सेंधा नमक को सबसे बेहतर नमक माना जाता है क्योंकि यह शुद्ध होता है। इसके अलावा जब मसालों की बात हो ,तो आप जीरा या जीरा पाउडर, काली मिर्च पाउडर, हरी इलायची, लौंग, दालचीनी, अजवाईन, काली मिर्च, अनार के दाने, कोकम, इमली और जायफल का उपयोग कर सकती हैं। वहीं हल्दी,सरसों धनिया ,मेथी और हींग का इस्तेमाल न करें। हालांकि आप हरी धनिया का इस्तेमाल कर सकती हैं।

सब्जियां
जो लोग व्रत का पालन कर रहे हैं वो सब्जी के रूप में आलू, शकरकंद, अरबी, कचालू, सूरन या रतालू, नींबू,कद्दू और लौकी जैसी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा बीन्स ,मटर ,सोया , मेथी जैसी सब्जियां उपवास में नहीं खायी जाती हैं।  

डेयरी प्रोडक्ट
आप उपवास के दौरान दूध और डेयरी उत्पादों का सेवन कर सकते हैं जैसे दही , पनीर या सफेद मक्खन, घी, मलाई, और दूध और खोया से तैयार होने वाली मिठाइयों का उपभोग कर सकते हैं। उपवास की  शुद्धता बनाए रखने के लिए लोग घर पर पनीर बनाते हैं। इसके अलावा छाछ और लस्सी आपको दिन में हाइड्रेटेड रखने के लिए बेहतरीन पेय हैं इससे आपको भूख भी काम लगती है और वजन भी नियंत्रित रहता है।

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