नई दिल्ली,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के पूर्व पीएम और अपने ख़ास दोस्त शिंजो आबे पर हुए जानलेवा हमले को लेकर दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मेरे प्रिय मित्र शिंजो आबे पर हुए हमले से बहुत व्यथित हूं। मेरे विचार और प्रार्थनाएं उनके और उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं।’ बता दें पीएम मोदी और शिंजो आबे की दोस्ती बहुत गहरी है। ऐसे तो अंतर्राष्ट्रीय नेताओं में पीएम मोदी के कई दोस्त हैं, लेकिन शिंजो आबे के साथ उनकी दोस्ती बेहद खास है। पीएम मोदी से दोस्ती का ही नतीजा था कि आज भारत और जापान के रिश्ते बेहद प्रगाढ़ हैं। शिंजो आबे उन तमाम जापानी प्रधानमंत्रियों में नंबर एक पर हैं जिन्होंन अपने कार्यकाल के दौरान सबसे ज्यादा बार भारत का दौरा किया है।
शिंजो आबे एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने भारत और जापान के संबंधों को बुलंदियों पर पहुंचाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी दोस्ती के चर्चे पूरी दुनिया में थे। शिंजो आबे पीएम मोदी को अपना खास दोस्त बताते थे और पीएम मोदी भी उनकी दोस्ती को एक कदम आगे बढ़ कर गले लगाते थे।
भारत के प्रति शिंजो आबे का प्यार ही था कि उन्हें हिंदुस्तान ने देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। यह सम्मान शिंजो आबे को साल 2021 में दिया गया था।
Deeply distressed by the attack on my dear friend Abe Shinzo. Our thoughts and prayers are with him, his family, and the people of Japan.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2022
भारत से खास रिश्ता
शिंजो आबे भारत से खास लगाव महसूस करते थे, यही वजह थी कि वह एक ऐसे जापानी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा बार भारत का दौरा किया था। पहली बार भारत शिंजो आबे साल 2006-07 में अपने पहले कार्यकाल के दौरान आए थे। उसके बाद साल 2012-20 के अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान शिंजो आबे ने भारत का तीन बार दौरा किया था। यह तीनों दौरा साल 2014, 2015 और सितंबर 2017 में हुआ था।
2020 में दिया था प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा
शिंजो आबे ने साल 2020 के अगस्त में जापान के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह फैसला अपने स्वास्थ्य कारणों की वजह से लिया था। 65 वर्षीय अबे ने पद छोड़ने की घोषणा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें इंटेस्टिनाइल बीमारी का इलाज करने के लिए कुछ समय की जरूरत है इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। पिछले दो हफ्तों के दौरान शिंजो आबे को दो बार अस्पताल जाना पड़ा है। इससे बात के अनुमान लगाए जा रहे हैं कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है।