तीसरी लहर आई तो कोरोना से जंग में आगे रहने जुटेगा पूरा RRS: संघ प्रमुख

अखिल भारतीय प्रवास पर निकले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डाक्टर मोहन मधुकर राव भागवत चाहते हैं कि कोरोना की तीसरी लहर आती है तो सेवा कार्य करने में स्वयंसेवक सबसे आगे रहें। धनबाद के राजकमल विद्या मंदिर में आरएसएस की झारखंड प्रांत कार्यकारिणी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान डाक्टर साहब ने जिज्ञासा जतायी कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में स्वयंसेवकों ने क्या किया था।उन्हें बताया गया कि जरूरतमंद लोगों को दवा और राशन दिए गए। अस्पतालों को वेंटीलेटर, आक्सी मीटर एवं कंसनट्रेटर दिए गए। जिनके शव को श्मशान ले जाने वाला कोई नहीं होगा, उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पहली और दूसरी लहर में भी ऐसा किया गया है।

तीसरी लहर से पहले खंड स्तर पर बनेगा आइसोलेशन सेंटर

झारखंड प्रांत के संघ पदाधिकारियों ने डाक्टर साहब को बताया कि तीसरी लहर के पहले खंड स्तर पर आइसोलेशन सेंटर बनाया जाएगा। स्थान एवं कार्यकर्ता का चयन कर लिया गया है। कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने का काम शुरू हो चुका है।मोहन भागवत के साथ झारखंड प्रांत कार्यकारिणी के प्रतिनिधियों की बैठक के प्रथम सत्र की समाप्ति के बाद संवाददाता सम्मेलन किया गया। प्रांत संघचालक सच्चिदानंद अग्रवाल, प्रांत कार्यवाह संजय कुमार की मौजूदगी में प्रांत सह कार्यवाह राकेश लाल ने बताया, सर संघचालक चाहते हैैं कि कोरोना से आम लोगों के बचाव में स्वयंसेवक सरकार का पूरा सहयोग करे। उन्होंने बताया कि संघ पर्यावरण और प्रकृति पर भी बेहद चिन्तित है। कोरोना काल में औषधीय पौधों की महत्ता को समाज ने समझा है। लोगों को पीपल और बरगद की महत्ता के बाबत समझाया जाएगा। औषधीय पौधों की खेती के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा। उन्होंंने कहा कि किसानों ने यूरिया का अधिक उपयोग किया है। इससे मिट्टी खराब हुई है। किसानों को समझाया जाएगा कि गोबर समेत पंचगव्य का उपयोग करे। इसके लिए प्रकृति वंदन और भूमि सुपोषण का कार्यक्रम चलाया जाएगा।

मोबाइल युग में बच्चों के साथ गुजारना होगा वक्त: आरएसएस के प्रांत सह कार्यवाह राकेश लाल ने कहा कि कुछ वक्त पहले बच्चों को मोबाइल से दूर रखा जाता था। अब बच्चों को मोबाइल देना पड़ रहा है। मोबाइल युग में बच्चों के साथ बहुत वक्त गुजारना होगा। कुटुंब प्रबोधन का कार्यक्रम बढ़ाया जाएगा।

मंडल और बस्ती स्तर पर बढ़ाया जाएगा संघ कार्य: प्रांत सह कार्यवाह राकेश लाल ने कहा कि तीन-चार पंचायतों को मिला कर मंडल इकाई का गठन किया गया है। शहरी इलाके में दस हजार की आबादी पर बस्ती इकाई बनायी गयी है। झारखंड में 847 बस्ती और 1264 मंडल इकाई बनायी गयी है। वहां संघ कार्य तेज किया जाएगा।

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