काबुल
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के लिए तालिबान पूरी ताकत लगा रहा है और लगातार अफगान सुरक्षा बलों के साथ उसकी लड़ाई हो रही है और इन सबके बीच तालिबान ने अपने जंग को अल्लाह का पाक काम बताया है। तालिबान ने कहा है कि वो अल्लाह का नेक काम कर रहा है, लिहाजा अफगानिस्तान के लोग अल्लाह के काम के वास्ते उसके साथ आएं और अपने घर की बेटियों को अल्लाह के काम में लगाने के लिए तालिबान के हवाले कर दें।
तालिबान ने जिन इलाकों पर नियंत्रण हासिल कर लिया है, उन इलाकों के मौलवियों के लिए तालिबान ने नया फरमान जारी किया है। तालिबान का नया फरमान तालिबान ने एक बयान जारी कर स्थानीय धार्मिक नेताओं को आदेश दिए है, कि वो अपने अपने क्षेत्र में रहने वाली 15 साल की उम्र से ज्यादा की लड़कियों और 45 साल की उम्र से कम की विधवाओं की लिस्ट उसे सौंपे।
तालिबान ने अपने बयान में कहा है कि वो अपने लड़ाकों से उनकी शादी करवाएगा, ताकि तालिबान मजबूत हो सके। वहीं, जिन इलाकों में थोड़े-बहुत अल्पसंख्यक रहते हैं, उनके लिए भी तालिबान ने फरमान जारी किया है। तालिबान ने कहा है कि उन लड़कियों को पहले पाकिस्तान के वज़ीरिस्तान ले जाया जाएगा, जहां उन्हें इस्लाम में परिवर्तित किया जाएगा और फिर उनका निकाल करवाया जाएगा।