धनबाद
सवाल उठा तो खान सुरक्षा महानिदेशालय की ओर से आयोजित परीक्षाओं के पैटर्न में व्यापक बदलाव कर दिया गया है। परीक्षा में रिश्वतखेारी का खुलासा सीबीआई की ओर से किए जाने के बाद ही परीक्षा पैटर्न में बदलाव की बात कही गई थी। अब जारी आदेश में सभी तरह की परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी एवं साक्षात्कार की व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है। 18 अगस्त को खान सुरक्षा महानिदेशक प्रभात कुमार की ओर से परीक्षा में बदलाव संबंधी प्रावधानों पर एक पत्र सभी स्टेक होल्डर के लिए जारी किया गया है। इसी महीने परीक्षा प्रावधानों में बदलाव पर गजट नोटिफिकेशन भी हो चुका है। खान सुरक्षा महानिदेशक की ओर से जारी पत्र में परीक्षा में बदलाव संबंधी नए प्रावधानों की जानकारी दी गई है। खान सुरक्षा महानिदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बात करने पर कहा कि समझ लीजिए अब फेसलेश परीक्षा होगी। कंप्यूटर टेस्ट के आधार पर परिणाम जारी होंगे और साक्षात्कार नहीं होगा। मैनेजर से माइनिंग सरदार तक की परीक्षा में ये बदलाव लागू किए गए हैं। कंप्यूटर आधारित परीक्षा आऊटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से होगी। सीधे तौर पर समझ सकते हैं कि पारदर्शिता के लिए परीक्षा में खान सुरक्षा महानिदेशालय की भूमिका सीमित हो गई। मालूम हो अभी हाल में परीक्षा के नाम पर रिश्वतखोरी में खान सुरक्षा महानिदेशालय के एक बड़े अधिकारी (डीडीजी, सेंट्रल जोन) की गर्दन फंसी है। सीबीआई जांच की जद में कई और अफसर हैं। उक्त प्रकरण ने खान सुरक्षा महानिदेशालय में परीक्षा एवं सर्टिफिकेट के नाम पर चल रहे गोरख धंधे का खुलासा किया था। रिश्वतखोरी प्रकरण की गूंज दिल्ली तक पहुंची और अब परीक्षा की पूरी प्रणाली को ही बदल दिया गया है।
मैनेजर से माइनिंग सरदार तक की परीक्षा में बदलाव किया गया है। कोल माइंस रेगुलेशन 2017 एवं मेटलीफेरस रेगुलेशन 1961 के तहत होने वाली परीक्षाएं अब कंप्यूटर बेस्ड होंगी। मालूम हो खान सुरक्षा महानिदेशालय की ओर से कई तरह की परीक्षाएं ली जाती हैं मसलन फर्स्ट क्लास एवं सेकेंड क्लास मैनेजर सर्टिफिकेट, ओवरमेन, माइनिंग सरदार,सर्वेयर,गैस टेस्टिंग,माइनिंग मैट, ब्लास्टर आदि। बताया गया कि माइनिंग मैटस,ब्लास्टर्स एवं गैस टेस्टिंग कांपिटेंसी प्रत्याशी कंप्यूटर फ्रैंडली नहीं है तो ऐसी स्थिति में ओरल परीक्षा की सुविधा दी जाएगी।