सक्ती /मनोज यादव
जनपद पंचायत शक्ति के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पोरथा में विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। जहां पंचों के द्वारा कई मामलों में पहले भी शिकायत की जा चुकी है वहीं अब एक नया मामला सामने आया है जिसमें ग्राम पंचायत पोरथा के ग्रामीणों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सक्ती को यह शिकायत की है कि ग्राम पंचायत पोरथा के सरपंच द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध खनिज उत्खनन करने सहमति दी गई है।
उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से आवेदन के माध्यम से यह शिकायत किया है कि जनपद पंचायत सक्ती क्षेत्र के ग्राम पंचायत पोरथा कि सरपंच द्वारा अपने पद एवं अधिकार का दुरुपयोग करते हुए बिना पंचायत प्रस्ताव के नियम विपरीत अवैध रूप से ठेकेदार को तालाब में मिट्टी मुरूम खोदने की अनुमति दे दी है ठेकेदार द्वारा जेसीबी एवं ट्रैक्टर लगाकर तलाब से मिट्टी मुरूम की खुदाई कर एनएच सड़क पर डाला जा रहा है।
जिससे प्रशासनिक निर्देशों की अवहेलना हो रही है और शासन को राजस्व की क्षति भी हो रही है। ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि सरपंच द्वारा अनुमति देने के एवज में ठेकेदार से मोटी रकम की लेन-देन की गई है। वर्तमान में जिस तालाब में अवैध खनन कीया जा रहा है उसमें पूर्व में मनरेगा के तहत कार्य भी कराया गया था जिसका कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है। इस संबंध में ग्रामीणों ने सरपंच द्वारा कराए जा रहे उत्खनन की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है।
इस संबंध में क्या कहती हैं ग्राम पंचायत की सरपंच
“इस संबंध में जब ग्राम पंचायत के सरपंच मधु राठौर से पूछा गया तब उनका कहना था कि मेरे कार्यकाल से पूर्व सन 18-19 में यहां मनरेगा का कार्य पूर्ण हो चुका है जिसका सीसी भी जारी किया जा चुका है हमारा उद्देश्य सिर्फ इतना था कि तलाब की साफ-सफाई हो जाए और कुछ जो मिट्टी मुरूम है वह निकल जाए इस कारण हमने ठेकेदार को मिट्टी मुरूम निकालने का अनुमति दी है”