जयपुर,
राजस्थान में महीनों तक चली उथल-पुथल के बीच नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण होना है. इसी बीच सचिन पायलट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल की नई सूची से अच्छा संदेश गया है. उन्होंने कहा कि कुछ कमियां थीं, वो पूरी हो गईं हैं.
शनिवार को सीएम अशोक गहलोत के आवास पर बैठक हुई. इसके बाद सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. सीएम गहलोत ने शनिवार शाम को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की और इस्तीफे सौंपे. कांग्रेस मुख्यालय में आज 2 बजे विधायकों की बैठक है. इसमें नए नामों पर मुहर लगेगी. माना जा रहा है कि आज शाम चार बजे 11 कैबिनेट और चार राज्यमंत्री शपथ ले सकते हैं.
लंबे समय से पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच घमासान चल रहा है. ऐसा में मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद सियासी घमासान पर विराम लगेगा. जहां 11 कैबिनेट और 4 नए राज्यमंत्री शपथ लेंगे. इसके साथ ही 4 बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा. इससे पहले गहलोत कैबिनेट के सभी मंत्रियों के इस्तीफे लिए गए थे, जिनमें से रघु शर्मा, हरीश चौधरी, गोविंद सिंह डोटासरा के इस्तीफे मंजूर किए गए. फिलहाल नए मंत्रियों के नाम तय हो गए हैं. पायलट खेमे से 4 मंत्री बने हैं. साथ ही 3 राज्यमंत्रियों को प्रमोट कर कैबिनेट मंत्री बनाया है.
दरअसल, बीते शनिवार को सीएम गहलोत ने राजभवन पहुंच कर राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) से मुलाकात कर रविवार शाम 4 बजे होने वाले मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण समारोह को लेकर चर्चा की. इस मुलाकात के साथ ही यह तय हो गया कि केवल 3 मंत्री ही हटेंगे. क्योंकि तीन मंत्रियों के ही इस्तीफे मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को सौंपे थे. जिन्हें मंजूर कर लिया गया है. हालांकि इससे पहले शनिवार को सीएम अशोक गहलोत के आवास पर केबिनेट की बैठक हुई. इसके बाद सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया.
नए कैबिनेट के मंत्री
गहलोत कैबिनेट में 11 कैबिनेट मंत्री है. जिनमें हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव,टीकाराम जूली, गोविंद मेघवाल, शकुंतला रावत शामिल है. वहीं, प्रदेश में नई राज्यमंत्रियों में जाहिदा, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र गुढा और मुरारीलाल मीणा को शामिल किया गया है. आज शाम को 4 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा.
मंत्रियों के विभागों का हुआ भारी फेरबदल
गहलोत सरकार के मंत्रियों के विभागों में भारी फेरबदल होना तय माना जा रहा है. ऐसे में कुछ मंत्रियों को छोड़ ज्यादातर के विभाग बदल दिए जाएंगे. सभी मंत्रियों के विभाग भी कांग्रेस आलाकमान द्वारा फाइनल किए गए है. जिनके बारे में फैसला शपथ ग्रहण समारोह के बाद होगा.
पायलट खेमे के 5 मंत्री को दी गई जगह
वहीं, कल अशोक गहलोत के होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार आलाकमान ने गहलोत और पायलट के आपसी मतभेद को सुलझाने का प्रयास किया गया है. मंत्रिमंडल विस्तार में सचिन पायलट खेमे के 5 एमएलए को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.
बसपा से कांग्रेस में आने वालों में गुढ़ा मंत्री बने
ऐसे में बसपा से कांग्रेस में आने वालों में विधायकों में राजेंद्र सिंह गुढ़ा कों राज्य मंत्री बनाया गया है. वहीं, बसपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले 6 विधायक ही दावेदारी कर रहे थे, लेकिन बाकी 5 को संसदीय सचिव बनाकर या राजनीतिक नियुक्तियां देकर संतुष्ट किया जा सकता है. जानकारी के अनुसार 15 संसदीय सचिव और 7 एडवाइजर बनाए जाने की भी चर्चा है। हालांकि, ये पद संवैधानिक नहीं है, इसलिए इनका कोई शपथ ग्रहण नहीं होगा.
2023 के चुनाव को ध्यान में रखते हुआ कैबिनेट फेरबदल
वहीं, अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल गठन को अगर गौर करें तो 2023 में राजस्थान में होने जा रहे ह. विधानसभा चुनाव को ध्यान रखते हुए नाम सामने आए है. यहां 3 महिलाओं को कैबिनेट में जगह दी है. यानि प्रियंका गांधी के महिला पक्ष के फार्मूले को ध्यान में रखा गया. कांग्रेस का मूल वोट बैंक SC, ST और जाट के साथ मुस्लिम वर्ग तक को ध्यान में रखा गया है. साथ ही सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुट में बैलेंस बनाने की कोशिश की गई है.
डोटासरा और हरीश की जगह जाट और रघु की जगह ब्राह्मण चेहरे को ही मौका
इस दौरान पूर्व मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, हरीश चौधरी और रघु शर्मा की जगह नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. जिनमें 2 जाट और एक ब्राह्मण चेहरे को मौका दिया है. डोटासरा और हरीश चौधरी की जगह जाट चेहरों के तौर पर रामलाल जाट, बृजेंद्र सिंह ओला, हेमाराम चौधरी को मौका दिया गया है. इसके अलावा रघु शर्मा की जगह महेश जोशी को बनाया है. वहीं, हेमाराम, रामलाल जाट और ओला पहले भी गहलोत के साथ मंत्री रह चुके हैं