नई दिल्ली,
केंद्र सरकार ने आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व नेता कुमार विश्वास को शनिवार को ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का फैसला किया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। केंद्र सरकार ने कुमार विश्वास की सुरक्षा की समीक्षा करने के बाद उन्हें सुरक्षा दी है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर दिए गए हालिया बयान के बाद कवि कुमार विश्वास को सशस्त्र सुरक्षा दी गई है।
#WATCH Arvind Kejriwal is not saying that he'll oppose Khalistanis. If he does that, people who have invested in him will be unhappy…What I said in anger& his reaction proved that I was right…Neither I gave my resignation nor did he have capacity to remove me: Kumar Vishwas pic.twitter.com/GQA2H4DIN1
— ANI (@ANI) February 19, 2022
सूत्रों ने कहा कि कुमार विश्वास ने ‘आप’ के संयोजक तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आरोप लगाए थे, जिसके मद्देनजर खुफिया जानकारियों के आधार पर केंद्र ने विश्वास की सुरक्षा और उन्हें होने वाले संभावित खतरों की समीक्षा की। बता दें कि कवि कुमार विश्वास का एक वीडियो सामने आया था, जिसके बाद कुमार के बयान को लेकर सियासी बवाल मच गया है।
केजरीवाल पर अलगाववादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था
सूत्रों ने कहा कि विश्वास को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा के तहत चार निजी सुरक्षा अधिकारी हर समय विश्वास की सुरक्षा में तैनात रहेंगे। विश्वास ने पंजाब विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान केजरीवाल पर अलगाववादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था, लेकिन केजरीवाल ने इन आरोपों को खारिज किया है। पंजाब में रविवार (20 फरवरी, 2022) को विधानसभा चुनाव के लिये मतदान होना है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी लिखी थी चिट्ठी
दरअसल, आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने हाल ही में दावा किया कि अरविंद केजरीवाल ने उनसे कहा था कि एक दिन या तो वह पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे या एक स्वतंत्र राष्ट्र (खालिस्तान) के पहले प्रधानमंत्री बनेंगे। बता दें कि, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कुमार विश्वास के दावे की जांच की मांग की थी। सीएम चन्नी ने ट्वीट किया कि पंजाब के सीएम के रूप में, मैं प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि हाल ही में कुमार विश्वास ने जो कहा है, इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। साथ ही कहा कि राजनीति एक तरफ, पंजाब के लोगों ने अलगाववाद से लड़ते हुए भारी कीमत चुकाई है।
अमित शाह ने लिया एक्शन
इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पंजाब के सीएम चन्नी के पत्र का जवाब दिया। अमित शाह ने अपने पत्र में लिखा, ‘एक राजनीतिक पार्टी का देश विरोधी, अलगाववादी और प्रतिबंधित संस्था से संपर्क रखना और चुनाव में सहयोग प्राप्त करना देश की अखंडता के दृष्टिकोण से अत्यंत गंभीर है। इस प्रकार के तत्वों का एजेंडा देश के दुश्मनों के एजेंडे से अलग नहीं है, यह निंदनीय है कि सत्ता पाने के लिए ऐसे लोग अलगाववादियों से हाथ मिलाने से लेकर पंजाब और देश को तोड़ने की सीमा तक जा सकते हैं।’
क्या होती है वाई श्रेणी की सुरक्षा?
वाई श्रेणी की सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। जिसमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षागार्ड) भी होते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा किसी विशिष्ठ व्यक्ति की सुरक्षा का आकलन करने के बाद उन्हें उसी के आधार पर सुरक्षा कवर दिया जाता है। देश में चार चरणों में सुरक्षा सिस्टम बंटा हुआ है, जिसमें सबसे शीर्ष पर जेड प्लस (Z +) है, जबकि इसके बाद जेड, वाई और एक्स श्रेणी की सुरक्षाएं आती हैं।