नई दिल्ली
भारतीय नाविक अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह ने टोक्यो ओलंपिक के छठे दिन पुरुषों की लाइटवेट डबल स्कल्स इवेंट के फाइनल बी मुकाबले में इतिहास रचते हुए 11वें पायदान पर फिनिश किया। इसके साथ ही ओलंपिक खेलों में भारत की ओर रोइंग में किया गया सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली जोड़ी बन गये। इससे पहले इस जोड़ी ने सेमीफाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया था। फाइनल की बी रेस में 7 से 12वीं पोजिशन के लिये रेस लगाई गई, जिसमें भारतीय आर्मी के जवानों की जोड़ी अर्जुन (बोअर) और अरविंद (द स्ट्रोकर) ने ओलंपिक के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 6:29.66 में खत्म किया।
शनिवार को सेमीफाइनल में खेले गये मुकाबले में इस जोड़ी ने 5वें पायदान पर खत्म किया था। ओलंपिक के इतिहास में भारतीय खिलाड़ियों के लिये मनजीत सिंह और देवेंदर सिंह खंडवाल की जोड़ी में 2008 बीजिंग गेम्स में 18वें पायदान पर खत्म किया था और 2016 के रियो गेम्स में सिंगल स्कल्स में दत्तू बाबन भोकाल ने 13वें पायदान पर खत्म किया। जब अतानु दास को दीपिका कुमारी के प्यार वाले तीर ने किया घायल, ऐसे शुरू हुई थी प्यार की कहानी भारतीय टीम के कोच इस्माइल बेग ने फाइनल में भारत के प्रदर्शन पर बात करते हुए कहा,'हम अरविंद और अर्जुन के प्रदर्शन से काफी खुश हैं। उन्होंने ओलंपिक में ओवरऑल 11वें पायदान पर खत्म कर भविष्य में आने वाले नाविकों के लिये नया बेंचमार्क स्थापित किया है। अगर आप ओलंपिक खेलों में प्रदर्शन को देखें तो भारत, उरुग्वे और कुछ हद तक यूक्रेन को छोड़कर सभी देश रोइंग नेशन हैं लेकिन उसके बावजूद खिलाड़ियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है।'
आयरलैंड के फिंटन मैकार्थी और पॉल ओ डोनोवेन ने इस प्रतियोगिता का गोल्ड मेडल जीता तो वहीं पर जर्मनी के जोनाथन रोमेलमन, जेसन ऑबसॉर्न ने सिल्वर मेडल जीता है और इटली के स्टीफानो ऑपो पीएट्रो रुता की जोड़ी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। चेक रिपब्लिक, बेल्जियम, उरुग्वे, स्पेन, पोलैंड, यूक्रेन और कनाडा की टीमों ने टॉप 10 में अपनी जगह बनीई जबकि नॉर्वे ने 12वें पायदान पर खत्म किया।
इस बीच भारतीय कोच ने रोइंग टीम के लिये एक महीने का ब्रेक देने की बात कही है और बताया कि दिसंबर 2019 से लेकर अब तक इन खिलाड़ियों ने बिना किसी ब्रेक के लगातार मेहनत की है। उन्होंने कहा,'इन खिलाड़ियों ने पिछले 3 सालों में बिना रुके जबरदस्त मेहनत की है औसे में उन्हें एक महीने का ब्रेक दिया जायेगा। जिसके बाद सितंबर में हम फिर से इकट्ठा होंगे और चीन की मेजबानी में खेले जाने वाले 2022 के एशियन गेम्स की तैयारी करेंगे। हमारा लक्ष्य इन खेलों में भारत के लिये पदक हासिल करना होगा जिसके बाद अगला लक्ष्य 2024 का ओलंपिक खेल होंगे।'