भोपाल
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने अनेक क्रांतिकारी कदम उठाये है और आज प्रदेश के युवाओं के साथ ही देश के अन्य हिस्सों से भी प्रदेश में निवेश आया है। एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा सोमवार को पीएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की मध्यप्रदेश इकाई के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के लिए वित्त सुविधा एवं विभिन्न योजनाओं से संबधित विषयों पर कॉन्फ्रेंस को होटल सयाजी में सम्बोधित कर रहे थे।
समारोह में चैम्बर के नई दिल्ली मुख्यालय, मध्यप्रदेश इकाई के पदाधिकारी, सिडबी और स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के वरिष्ठ अफसर व प्रदेश के कई उद्योगपति उपस्थित थे। पीएचडी सीसीआई मध्यप्रदेश इकाई के चेयरमैन इंजी संजीव अग्रवाल ने कांफ्रेंस की अध्यक्षता की।
कार्यक्रम का उद्धघाटन करते हुए मंत्री श्री सखलेचा ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के लिए वित्त सुविधा एवं केंद्र व मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलाई जा विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने पीएचडी चैम्बर द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। वहीं चैम्बर व एमएसएमई से जुडी क्रियान्वयन की जटिलताओं पर भी चर्चा की। उन्होंने तेज़ी से बदलते परिवेश में टेक्नोलॉजी को सही समय और सही तरीके से इस्तेमाल करने व वित्त प्रबंधन, देश में मेक इन इंडिया व राज्य में फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने पर जोर दिया। सरकार की स्वरोज़गार व युवा पीढ़ी को उद्योग में सहयोग के लिए उद्यमक्रांति व अन्य योजनाओं पर भी चर्चा की।
चैम्बर की मध्यप्रदेश इकाई के चेयरमैन इंजी संजीव अग्रवाल ने मध्यप्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों को प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु उद्योगों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता इसलिए है क्योंकि देश में करीब 6.5 करोड़ एमएसएमई हैं जो 12 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देते हैं और देश की जीडीपी में इनका बहुत बड़ा योगदान है। यही उद्योग है जो बड़े उद्योगों को चलने में भी मदद करते हैं।
कार्यक्रम में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के चीफ जनरल मैनेजर विनोद कुमार मिश्रा ने स्टेट बैंक द्वारा देश में MSME को और मज़बूत करने के लिए किये जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला व स्टेट बैंक द्वारा फाइनेंस व हरसंभव सहयोग के लिए आशवस्त किया।
कार्यक्रम में एमपी-पीएचडी की को-चेयर प्रीति सलूजा ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा व चैम्बर द्वारा किया जा रहे प्रयासों को संक्षिप्त में बताया।सिडबी के सहायक महाप्रबंधक आनंद किशोर यादव ने भी विभिन्न वित्तीय योजनाओं की जानकारी प्रतिभागियों को दी।