इंदौर में सदभावपूर्ण माहौल को बिगड़ने में पीएफआइ का हाथ

इंदौर
 इंदौर में पिछले एक सप्ताह में चार अलग-अलग स्थानों पर धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की घटनाएं सामने आई हैं। इनमें वर्ग विशेष के लोगों द्वारा आपत्तिजनक नारेबाजी की गतिविधियां हुई है।

यह बात रविंद्र नाट्य ग्रह में हुई प्रेस वार्ता में कलेक्टर मनीष सिंह ने कही। मनीष सिंह ने कहा कि शहर में सेंट्रल कोतवाली, बाणगंगा, नायता मुंडला जैसे कई स्थानों पर इस तरह की गतिविधियां सामने आई है। ऐसी गतिविधियों के पीछे पीएफआई (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया), एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया) से जुड़े लोगों द्वारा सौहार्द का वातावरण बिगाड़ने की शिकायतें सामने आ रही है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का प्रविधान भी किया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि हम शहर के सदभावपूर्ण माहौल को नहीं बिगड़ने देंगे।

मालूम हो कि शहर के बाणगंगा क्षेत्र के गोविंद नगर में रविवार दोपहर चूड़ी बेचने गए एक युवक के साथ कुछ लोगों ने जमकर मारपीट की। युवक को इलाके में चूड़ी बेचने से मना किया गया और इतना पीटा कि वह लहूलुहान हो गया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद इतना तनाव फैल गया कि रात करीब 11 बजे मुस्लिम समाज के करीब 250 लोगों ने सेंट्रल कोतवाली थाना घेर लिया। आक्रोशित लोगों ने नारेबाजी की और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

हालात देखते हुए थाने पर आसपास के पांच थानों का पुलिस बल बुलाना पड़ा। पुलिस अफसरों को लोगों को शांत करने और भीड़ को तितर-बितर करने में पसीना आ गया। प्रदर्शन के लिए आए कांग्रेस नेताओं शेख अलीम, सादिक खान और अल्ताफ अंसारी से भी पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे भीड़ को शांत करें, पुलिस कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने घायल युवक तस्लीम मोहर अली की शिकायत पर बलवा, मारपीट आदि की धाराओं में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है।

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