आईटीआई के प्रशिक्षक आईटीई सिंगापुर में लेंगे प्रशिक्षण

उत्कृष्ट प्रशिक्षक और प्राचार्य होंगे पुरस्कृत,सिवल ब्रांच के विद्यार्थी निर्माण साइट पर कर सकेगें इन्टर्नशिप

भोपाल.

तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोज़गार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास में उच्च स्तरीय प्रशिक्षण और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए है। बुधवार को विभागों की समीक्षा के दौरान श्रीमती सिंधिया ने कहा कि आईटीआई के प्रशिक्षकों को इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्निकल एजुकेशन सिंगापुर में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। साथ ही संस्थान के फ़ीडबेक के आधार पर प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षकों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।

मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में प्रोत्साहन और सम्मान गुणवत्ता को बढ़ावा देने में मददगार साबित होता है। इसलिए हमने निर्णय लिया है कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रशिक्षक और प्राचार्यों को पुरस्कृत किया जाएगा। इससे न सिर्फ़ उनके कार्य प्रदर्शन में गुणवत्ता आएगी बल्कि विद्यार्थियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

सिविल इंजीनियरिंग के विद्यार्थी करेगें इन्टर्नशिप

तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा की विभाग में कार्यान्वित निर्माण कार्यों की साइट पर इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल संकाय के विद्यार्थी इन्टर्नशिप कर सकेंगे। इससे चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता भी सुनिश्चित होगी। श्रीमती सिंधिया ने बताया की सभी शासकीय इंजीनियरिंग, आईटीआई और पॉलीटेक्निक के प्रत्येक शैक्षणिक-सत्र के अंत में 10 टॉपर विद्यार्थियों और उनके शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा।

प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा आकाश त्रिपाठी ने बताया कि ग्लोबल स्किल पार्क का निर्माण कार्य जून 2023 तक पूर्ण कर नवीन-सत्र जुलाई 2023 से प्रारंभ किया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज छतरपुर एवं आकांक्षी जिले (खंडवा, छतरपुर, दमोह, बड़वानी, राजगढ़, विदिशा, गुना, सिंगरौली) को मल्टी डिसिप्लीनरी संस्थाओं के रूप में विकसित किये जाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। श्री त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश के हर आईटीआई को उद्योग जगत से जोड़ने और युवा उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप युवाओं को प्रशिक्षण दिलाने टास्क फोर्स का गठन किया गया है। टास्क फोर्स की अनुशंसा अनुसार आईटीआई प्रशिक्षण में ड्यूएल सिस्टम ट्रेनिंग के अलावा आगामी प्रशिक्षण-सत्र से एक वर्ष के पाठ्यक्रम में 15 दिवसीय और 2 वर्ष के पाठ्यक्रम में 30 दिवसीय इन्टर्नशिप कराये जाने के लिये केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।

संचालक कौशल विकास जीतेन्द्र सिंह राजे ने बताया कि नवीन शासकीय आईटीआई गैरतगंज, बक्सवाहा एवं चितरंगी की स्वीकृति के बाद प्रदेश में संचालित शासकीय आईटीआई की संख्या बढ़कर 238 हो गई है। उन्होंने बताया कि “एक जिला-एक उत्पाद” में शासकीय आईटीआई बैतूल में प्रशिक्षणरत कारपेंटर व्यवसाय के 10 प्रशिक्षणार्थियों को कौशल विकास के लिये एड्वांस वुड वर्किंग ट्रेनिंग सेंटर इन्स्टीट्यूट ऑफ वुड सांइस एण्ड टेक्नोलॉजी में बंगलुरू में एक माह के प्रशिक्षण पर भेजा गया है। प्रशिक्षणार्थियों ने काष्ठ कार्यों में सीएनसी मशीनिंग, प्रोग्रामिंग, 2-डी, 3-डी डिजाइनिंग से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त किया है। ग्लोबल स्किल्स पार्क के प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री हरजिंदर सिंह एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती षणमुख प्रिया मिश्रा उपस्थित थीं।

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