दिल्ली,
राष्ट्रपति के बाद अब उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर NDA ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को मैदान में उतारा है। बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया। आज बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक चल रही थी। बैठक में बीजेपी उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर ही चर्चा कर रही थी। संसदीय बोर्ड की बैठक में पीएम मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेता मौजूद थे। राष्ट्रपति के लिए बीजेपी ने आदिवासी महिला के रुप में द्रौपदी मुर्मू को उतारा है अब उपराष्ट्रपति के लिए बीजेपी ने जगदीप धनखड़ पर दांव लगाया है।
PM मोदी ने दी बधाई
Kisan Putra Jagdeep Dhankhar Ji is known for his humility. He brings with him an illustrious legal, legislative and gubernatorial career. He has always worked for the well-being of farmers, youth, women and the marginalised. Glad that he will be our VP candidate. @jdhankhar1 pic.twitter.com/TJ0d05gAa8
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2022
NDA की तरफ से जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाए जाने पर देश के प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है। पीएम ने लिखा है कि किसान पुत्र जगदीप धनखड़ जी अपनी विनम्रता के लिए जाने जाते हैं। वह अपने साथ एक शानदार कानूनी, विधायी और गवर्नर करियर लेकर आए हैं। उन्होंने हमेशा किसानों, युवाओं, महिलाओं और वंचितों की भलाई के लिए काम किया है। खुशी है कि वह हमारे उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए गए हैं।
कौन हैं जगदीप धनखड़
जगदीप धनखड़ एक भारतीय राजनीतिज्ञ और वर्तमान में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं। उनका जन्म 18 मई 1951 में हुआ था। धनखड़ राजस्थान के झूंझूनू जिले के रहने वाले है। वह 1989 से 1991 तक भारत के केन्द्रीय मंत्री के पद पर रहें और इसी दौरान वह झुंझुनू से लोकसभा सांसद भी रहें। राजनीति में आने से पहले जगदीप घनखड़ पेशे से एक वकील हुआ करते थे।
ममता बनर्जी के विरोधी रहे हैं धनखड़
बता दें कि जुलाई 2019 में राज्यपाल के रूप में पदभार संभालने के बाद से धनखड़ का राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ लगातार टकराव होता रहा है। धनखड़ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच में रिश्ते कभी भी सामान्य नहीं रहे और कई मौकों पर दोनों के बीच का टकराव साफ नजर आया। कई मौकों पर तो ममता बनर्जी ने प्रोटोकॉल की भी अनदेखी की और उनका यह आचरण सियासी जगत में अक्सर चर्चा का विषय रहा।
उपराष्ट्रपति चुनाव शेड्यूल
- नमांकन की आखिरी तिथि – 19 जुलाई
- मतदान की तिथि – 6 अगस्त
- मतगणना की तिथि – 11 अगस्त