लखीमपुर /UP
लखीमपुर खीरी के निघासन थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में बुधवार शाम करीब पांच बजे अनुसूचित जाति की दो सगी बहनों को घर से अगवा उनकी हत्या कर दी गई। करीब एक घंटे बाद घर से कुछ ही दूरी पर दोनों का शव पेड़ से लटका मिला। मां ने पड़ोसी समेत चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। घटना से गुस्साए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ सदर चौराहे पर जाम लगा दिया। देर शाम आईजी लक्ष्मी सिंह परिजनों को मनाने के लिए पहुंचीं। आशंका जताई जा रही है कि तीन आरोपी दूसरे समुदाय के हैं।
मां के मुताबिक दोनों नाबालिग बेटियां घर के बाहर लगी चारा मशीन पर चारा काटने गई थीं। इसी दौरान पड़ोसी गांव के तीन युवक बाइक पर सवार होकर आए और दोनों बहनों को जबरन बाइक पर बैठाकर भागने लगे। मां ने शोर मचाते हुए बाइक सवारों का पीछा किया लेकिन तब तक वह उनकी पहुंच से दूर जा चुके थे। शोर सुनकर गांव वाले भी इकट्ठा हो गए और आरोपियों की तलाश शुरू की। करीब एक घंटे बाद गांव के ही एक व्यक्ति के खेत में उनका शव खैर के पेड़ की डाल से लटका मिला। बड़ी बहन का शव ऊपर जबकि छोटी बहन का शव नीचे था। छोटी बहन के घुटने जमीन पर टिके थे। बताया जा रहा है कि बड़ी बहन करीब 17 साल की थी, जो हाईस्कूल में पढ़ती थी। छोटी बहन 14 साल की थी, जो आठवीं में पढ़ती थी।
पुलिस पर शव को जबर्दस्ती ले जाने का आरोप, हुई धक्कामुक्की
पुलिस पर शव को जबर्दस्ती अपने कब्जे में लेने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ वहां पर खूब हंगामा काटा। इस बीच ग्रामीणों और पुलिस की तीखी झड़प हुई और नाराज लोगों ने सदर चौराहे पर जाम लगा दिया। आरोप है कि प्रभारी निरीक्षक चंद्रभान यादव शव को कपड़े में लपेटकर जबरन घटनास्थल से लेकर चले गए, जिससे परिवार वाले शव को ढंग से देख भी नहीं पाए। ग्रामीणों ने काफी रोष जताया। किसी तरह पंचनामा भरकर उनको सील किया गया। इसके बाद शव लेने पहुंची एंबुलेंस को भी ग्रामीणों ने घेर लिया और शव को ले जाने से मना कर दिया। किसी तरह पुलिस ने एंबुलेंस को वहां से निकाला। एंबुलेंस को निघासन में ही रोकने के लिए तमाम ग्रामीण बाइक पर सवार होकर एंबुलेंस के पीछे भागे, लेकिन अफसरों ने निघासन में बिना रोके एंबुलेंस को लखीमपुर के लिए रवाना कर दिया। इस बीच एंबुलेंस को न पाकर ग्रामीणों ने सदर चौराहे पर जाम लगा दिया।
प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
-संजीव सुमन, पुलिस अधीक्षक