इंफाल में केंद्रीय मंत्री रंजन के घर में अज्ञात लोगों ने लगाई आग

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इंफाल में केंद्रीय मंत्री रंजन के घर में अज्ञात लोगों ने लगाई आग

इंफाल, (वार्ता) केंद्रीय मंत्री आर. के. रंजन के मणिपुर के कोंगबा नंदीबम लेकाई स्थित आवास में अज्ञात लोगों ने आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने हालांकि गुरुवार देर रात आग पर काबू पा लिया। इस घटना में घर का कुछ हिस्सा और वाहन जल गए। जिस समय यह घटना घटी, उस समय केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री रंजन अपने आवास पर नहीं थे। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट के कर्मी सिंह जो कि विदेश और शिक्षा राज्य मंत्री भी हैं, के घर के बाहर जमा भीड़ को रोकने की कोशिश कर रहे थे।

इन उपद्रवियों में मैतेइ पुरुष और महिलाएं शामिल थे, जिन्होंने मणिपुर हिंसा में हाल के हफ्तों में हुई दर्जनों मौतों को लेकर सांसद के घर पर हमला किया, जो उसी समुदाय से हैं।

मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि जिस समय लोगों ने उनके घर को जलाने की कोशिश की, सिंह अपने परिवार के तीन अन्य सदस्य समेत इमारत में मौजूद थे ।

अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही उपद्रवियों ने सांसद के घर पर पथराव शुरू किया, सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दाग दिए ।

घटनाक्रम का आंखों-देखा हाल सुनाने वाली एक महिला ने बताया कि कुछ लोगों ने रात करीब 8 बजे चौकी पर हमला करना शुरू कर दिया और आस-पड़ोस के सभी लोगों को बाहर आने के लिए कहा।

यह घटना मणिपुर के मंत्री कोन्थौजम गोविंददास के बिष्णुपुर स्थित घर पर मैतेई और कुकी समुदायों के बीच चल रही जातीय हिंसा के दौरान हमला किए जाने के बाद की है, जिसमें पहले ही लगभग 75 लोगों की जान जा चुकी है।

देर रात का घटनाक्रम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मणिपुर में शांति की अपील करने के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे जल्द ही पूर्वोत्तर राज्य का दौरा करेंगे और हिंसा में शामिल दोनों समुदायों के लोगों से बात करेंगे।

उन्होंने कहा,“हम डिनर करने वाले थे। ये सभी आसपास के इलाकों के लोग थे जो जमा हुए थे। ऐसा लगता था कि वे घर जलाने की तैयारी करके आए हैं।वे कल बिष्णुपुर में एक मैतेइ व्यक्ति की मौत से नाराज़ हैं और हमारे सांसद और विधायक कुछ नहीं कर रहे हैं।  झड़पें 20 दिनों से अधिक समय से चल रही हैं और यह बंद नहीं हो रही हैं।”

उधर, अधिकारियों ने इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्वी जिलों में अपराह्न एक बजे तक कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया है, लेकिन राज्य की राजधानी के कुछ संवेदनशील हिस्सों में कोई ढील नहीं दी गई है। मणिपुर सरकार ने भी इंटरनेट पर प्रतिबंध को 20 जून तक बढ़ा दिया है। उल्लेखनीय है कि चुरा चांदपुर जिले में हिंसा की घटना घटित होने के बाद इंटरनेट सेवाओं पर तीन मई से प्रतिबंध लागू है।
संतोष

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