SECL : एसईसीएल के प्रवास पर भाप्रसे अमृत लाल मीना सचिव कोयला मंत्रालय भारत सरकार

बिलासपुर

एसईसीएल बिलासपुर के प्रवास पर पहुंचे कोयला मंत्रालय भारत सरकार के  सचिव भाप्रसे अमृत लाल मीना उनका बिलासपुर आगमन पर सीएमडी एसईसीएल डॉ प्रेम सागर मिश्रा ने इंदिरा विहार स्थित बिलासपुर भवन में उनका आत्मीय स्वागत किया । आज सुबह एसईसीएल गेवरा क्षेत्र पहुचे जहाँ गार्ड ऑफ़ ऑनर से उनका स्वागत सम्मान किया गया तदोपरांत उनके दवारा फील्ड विजिट की गई ।

कोयला मंत्रालय भारत सरकार के सचिव अमृत लाल मीना द्वारा  गेवरा ओसीव्यू पॉइंट से कार्य संचालन व खनन गतिविधियों का निरीक्षण किया गया । इस समय साथ में सीएमडी एसईसीएल डॉ.प्रेम सागर मिश्रा , निदेशक तकनीकी संचालन सह यो. परि. एस के पाल, निदेशक वित्त श्रीनिवासन एवं क्षेत्रीय महाप्रबंधक गेवरा क्षेत्र एस के मोहंती सहित एरिया कोर टीम उपस्थित थी । गेवरा माईन का निरीक्षण पूर्ण करने के पश्चात वे डिस्पैच व्यवस्था तथा साइलो का निरीक्षण किए । कुछ दिन पहले हीं गेवरा ने एक दिन में सर्वाधिक कोल डिस्पैच का कीर्तिमान बनाया था ।

अपने दौरे के अगले चरण में सचिव , कोयला मंत्रालय, भारत सरकार, द्वारा दीपका माईन का निरीक्षण किया गया । सर्वप्रथम वे दीपका माइंस के व्यू पॉइंट से कार्य संचालन व खनन गतिविधियों का निरीक्षण किए । सचिव महोदय द्वारा द्वारा खनन कार्य मे आ रही चुनौतियों व भविष्य की कार्ययोजना की जानकारी ली गई । इस मौक़े पर माननीय सचिव महोदय ने उपस्थित अधिकारियों से उनके कार्य अनुभव व बेहतर करने के लिए सुझावों को सुना तदोपरांत, वे केसीसी कोल पैच पहुँचे तथा गतिविधियों का जायजा लिया । इस अवसर पर उनके साथ कंपनी के अध्यक्ष सह प्रबन्ध निदेशक डॉ.प्रेम सागर मिश्रा , निदेशक तकनीकी (संचालन सह यो. परि.)  एस के पाल, निदेशक (वित्त)  जी श्रीनिवासन एवं दीपका के महाप्रबंधक रंजन प्रसाद साह सहित विभागाध्यक्ष, अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे ।

दीपका माइंस के निरीक्षण के उपरान्त उन्होंने कुसमुंडा एरिया का निरीक्षण किया । कुसमुंडा एरिया में निरीक्षण के दौरान सचिव सर्वप्रथम कुसमुंडा साईलो पहुँचे जो कि फ़र्स्ट माईल कनेक्टिविटी(एफ़एमसी) के अंतर्गत एसईसीएल की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है । वे व्यू प्वाईंट गए जहाँ महाप्रबंधक कुसमुंडा संजय मिश्रा द्वारा कार्य संचालन सम्बंधित बिंदुओं पर प्रस्तुति दी गई ।

उन्होंने समीप में हीं संचालित तथा माईन सेफ़्टी का एक महत्वपूर्ण आधुनिक उपकरण ‘स्लोप स्टेबलिटी रडार’ का अवलोकन किया । वे नीलकंठ पैच गए, यह कोल पैच, दीर्घावधि के लिए कुसमुंडा के उत्पादन में बेहद महत्वपूर्ण स्तम्भ माना जाता है । निरीक्षण के दौरान सचिव कोयला ने उत्पादन , उत्पादकता को बढ़ाने के निर्देश दिए तथा भू-विस्थापितों के प्रकरणों से सम्बंधित जानकारी ली । अपने दौरे के अंत में उन्होंने समीक्षा बैठक ली ।

उन्होंने उत्पादन-उत्पादकता, प्रेषण को बढ़ाने हेतु निर्देश जारी किए तथा एसईसीएल के एसएमपी परियोजनाएं की प्रगति की भी समीक्षा की । गत वर्ष की तुलना में एसईसीएल उत्पादन में 15 प्रतिशत, ओबीआर में 29 प्रतिशत तथा कोल डिस्पैच में लगभग 1 प्रतिशत की वृद्धि से चल रहा है तथा इस वित्तीय वर्ष में एसईसीएल को 182 मिलियन टन का लक्ष्य प्राप्त करना है । कोयला सचिव के रूप में अमृत लाल मीना का यह एसईसीएल में पहला दौरा है ।

 

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