रायपुर एनर्जेन लिमिटेड को मिला क्वालिटी सर्किल फोरम ऑफ इंडिया का प्रमाण पत्र

Raipur
Raipur Energen Limited got the certificate of Quality Circle Forum of India

रायपुर; अदाणी समूह की कंपनी रायपुर एनर्जेन लिमिटेड (आरईल) को क़्वालिटी सर्किल फोरम ऑफ इंडिया (क्यूसीएफआई) द्वारा बेहतर कार्य स्थल प्रबंधन अर्थात 5 एस के पुरूस्कार से सम्मनित किया गया है। जिले के तिल्दा तहसील के ग्राम रायखेड़ा में स्थित 2 x 685 मेगावॉट के सुपरक्रिटिकल ताप विद्युत् संयंत्र आरईएल का क्यूसीएफआई की टीम द्वारा ऑडिट किया गया था, जिसमें कंपनी के सभी विभागों में 5 एसपद्धति के सफल कार्यान्वयन के लिए घोषित सभी मापदंडों को खरा पाया गया।

क्यूसीएफआई के कार्यकारी निदेशक श्री डी. के. श्रीवास्तव, निदेशक श्री ऋतुराज मेहता द्वारा फरवरी 27 को आयोजित एक समापन समारोह में स्टेशन हेड श्री गट्टू रामभव को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर आरईल के ओ एंड एम प्रमुख श्री श्रीकांत वैद्य और 5 एस कार्यान्यवन प्रमुख श्री बिमलेश कुमार दास भी उपस्थित थे। इस उपलब्धि के लिए अदाणी पावर लिमिटेड के सीओओ श्री जयदेव नंदा ने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। 5 एस पद्धति किसी भी संस्थान का क्वालिटी के प्रति रुझान का प्रतीक हैं जो कि सिर्फ फैक्ट्री तक ही सिमित नही हैं,अपितु किसी भी तरह की संस्था, दुकान तथा घर में भी लागू किया जा सकता हैं।

क्वालिटी सर्किल फोरम ऑफ इंडिया, सिकंदराबाद में स्थित एक राष्ट्रीय स्तर की स्वैच्छिक संस्था है, जो की टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट को अपनाने एवं बढ़ावा हेतु प्रोत्साहित करती है। इस अवसर पर क्यूसीएफआई के कार्यकारी निदेशक श्री डी. के. श्रीवास्तव ने कहा कि “आरईएल इस प्रमाण पत्र के साथ अब अंतर्राष्ट्रीय मंचों में भी आवेदन करने के लिए पात्र हो चुका है। इस उपलब्धि के लिए मैं सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ देता हूँ।”

क्या है 5 एस पद्धति..

अदाणी समूह अपने सभी संस्थानों में 5 एस कार्यप्रणाली का पालन करता है। यह एक तरीका है जिसके माध्यम से कार्यक्षेत्र के कार्यस्थान (वर्कस्पेस) और कार्यप्रवाह (वर्कफ्लो) को प्रबंधित किया जाता है। 5 एस कार्यप्रणाली मुख्य्तः 5 जापानी नाम हैं. जिनमें 1. सेईरी – छटाई (आवश्यक एवं अनावश्यक वस्तुओं की छटाई की जाती है), 2. सैंटोन – सुसज्जित करना (उसके बाद छाटी गयी उपयोगी वस्तुएं कहां और कैसे सजाया जाए ), 3. सिसो – स्वच्छता, 4. सैकेटसु – मानकीकरण और 5. सितसुके – स्व-अनुशासन है। इस तरह की प्रक्रिया से न केवल कार्यक्षेत्र को स्वच्छ और व्यवस्थित करके अपने संस्थानों की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है अपितु कार्य का माहौल भी दुरुस्त किया जा सकता है।

पुरस्कार वितरण समारोह में आरईएल के ऐसे अधिकारी एवं कर्मचारी जिन्होंने इसे लागू करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया को भी पुरस्कृत किया गया।

आरईएल का बिजली संयंत्र देश के घरों में दैनिक जीवन के अलावा अस्पतालों, स्कूलों, औद्योगिक और वाणिज्यिक संस्थानों में महत्वपूर्ण गतिविधियों हेतु निर्बाध बिजली आपूर्ति को सुनश्चित करता है। साथ ही यहां के नागरिकों, कर्मचारियों और तत्काल हितधारकों के बीच सर्वश्रेष्ठ प्रणालियां को विकसित तथा बढ़ावा देकर एक अच्छे कॉर्पोरेट के रूप में अपनी प्रतिबद्धता भी आश्वस्त करता है।

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