नई दिल्ली
Queen elizabeth II death: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का स्कॉटलैंड में 8 सितंबर, गुरुवार को निधन हो गया। वह 96 साल की थीं। एलिजाबेथ द्वितीय के नाम ब्रिटेन की राजगद्दी पर सबसे अधिक समय तक काबिज रही। महारानी एलिजाबेथ अधिक उम्र से संबंधित बीमारियों से पीड़ित थीं। इसके चलते उन्होंने इस सप्ताह के शुरू में स्कॉटलैंड में नए प्रधान मंत्री लिज़ ट्रस की नियुक्ति सहित अपनी यात्रा में कटौती की थी।
महारानी ने 1961, 1983 और 1997 में तीन बार भारत का दौरा किया था। उनकी यह यात्रा भारत की आजादी के 15 साल बाद पहली यात्रा थी, जोकि काफी चर्चा में रही थी। महारानी एलिजाबेथ ने अपने पति और ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग, प्रिंस फिलिप के साथ जनवरी 1961 में राष्ट्रीय राजधानी का दौरा किया था। एलिजाबेथ 1952 में अपने पिता और भारत के अंतिम सम्राट किंग जॉर्ज VI की मृत्यु के बाद ब्रिटेन की राजगद्दी पर बैठी थीं।
एलिजाबेथ 1961 में अपने भारत दौरे के दौरान दिल्ली में राजघाट का दौरा किया था। यहां उन्होंने महात्मा गांधी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की थी। राजघाट परिसर में प्रवेश करने से पहले महारानी ने अपने सैंडल और उनके पति ने अपने जूते उतार दिए थे। इस दौरान उन्हें पहनने को मखमली चप्पल दी गई थी।
अपनी पहली भारत यात्रा के दौरान महारानी और प्रिंस फिलिप ने आगरा, बॉम्बे (अब मुंबई), बनारस (अब वाराणसी), उदयपुर, जयपुर, बैंगलोर (अब बेंगलुरु), मद्रास (अब चेन्नई) और कलकत्ता (अब कोलकाता) का भी दौरा किया था। आगरा में ताजमहल और वाराणसी में उन्होंने शाही जुलूस में हाथी की सवारी करते हुए बनारस घूमा था।
1961 के बाद महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और प्रिंस फिलिप ने 1983 और 1997 में फिर से एक साथ भारत का दौरा किया, जब भारत ने अपनी आजादी के 50वीं वर्षगांठ मना रहा था। वहीं 1983 में तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के निमंत्रण पर महारानी एलिजाबेथ और राजकुमार फिलिप ने भारत का दौरा किया। इस दौरान शाही जोड़े ने मदर टेरेसा को मानद ऑर्डर ऑफ मेरिट दिया था।