Prayagraj : संगम तट की रेती पर तंबुओं का शहर बसेगा….माघ मेले की तैयारी…. कल्पवासियों का कर रही है इंतजार

शास्त्री ब्रिज से माघ मेले की तैयारी का सुंदर दृश्य

प्रयागराज।

देश दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले की तैयारी शुरू हो गई है। संगमनगरी प्रयागराज में संगम तट की रेती पर तंबुओं का शहर बसेगा। संगम की रेती पर लगने वाले दुनिया के सबसे बड़े आध्यामिक माघ मेला 2023 की तैयारियां जोरों पर हैं। सभी विभाग माघ मेले की तैयारियों में युद्ध स्तर से जुटा हुआ है। मेला प्राधिकरण की कोशिश है कि, दिसंबर के आखिर और जनवरी के पहले सप्ताह तक हर हाल में मेले की सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा सके। जिससे देश और दुनिया भर से आने वाले कल्पवासियों और श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई दिक्कत न उठानी पड़े।

प्रयागराज में संगम की रेती पर करीब 700 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बसायी गयी तंबुओं की नगरी छह जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेला के दौरान कल्पवास करने वाले श्रद्धालुओं की बाट जोह रही है। संगम क्षेत्र करीब डेढ़ माह तक धर्म-कर्म, आस्था और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहेगा। संगम की रेती पर बसे तंबुओं के शहर में कल्पवासी जीवन-मृत्यु के बंधनों से मुक्ति की कामना परम पिता परमेश्वर से करेंगे। इस बार जनवरी में चार प्रमुख स्नान पर्व पड़ पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी पड़ेंगे। छह जनवरी को पौष पूर्णिमा से संगम तट पर कल्पवास शुरू हो जाएगा।

ज्योतिष के अनुसार पूर्णिमा तिथि गुरूवार पांच जनवरी रात में 1:30 बजे से शुरू होगी जो शुक्रवार छह जनवरी को रात 3:13 बजे तक रहेगी। पूर्णिमा तिथि का मान शुक्रवार को सूर्योदय से सूर्यास्त तक रहेगा। माघ मेला 18 फरवरी महाशिवरात्रि पर सम्पन्न होगा। माघ मेला की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। मेला के दौरान यहां देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। मेला अधिकारी अरविंद सिंह चौहान के अनुसार माघ मेला क्षेत्र इस बार 700 हेक्टेयर में , छह सेक्टरों में बसाया गया है। हर सेक्टर में एक सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ एक डिप्टी एसपी की भी तैनाती की गई है। साधु संतों और उनके कल्प वासियों को उनके सेक्टरों में ही सुविधाएं मिले यह व्यवस्था की गई है।

माघ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को ठंड परेशानी ना हो। इसके लिए 500 बेड की डाॅरमेट्री की भी तैयारी की जा रही है। पूरे मेला क्षेत्र को ड्रोन कैमरे से कवर किया जाएगा। साधु संतों के लिए ऑनलाइन की सुविधा भी रहेगी। माघ मेले में पहली बार कुंभ की तर्ज पर अरैल क्षेत्र में 20 टेंट की टेंट सिटी बताई जा रही है। टेंट सिटी में श्रद्धालुओं के लिए हर सुविधा उपलब्ध रहेगी जो श्रद्धालु और पर्यटक संगम के तट पर रहना चाहते हैं, वह इसमें रह सकते हैं। संगम क्षेत्र में इन दिनों साइबेरियन पक्षियों का कलरव भी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।

कोविड-19 को देखते हुए माघमेला क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की मदद से सर्विलेंस टीमें गठित की गई जो संस्थाओं में जाकर जांच करेगी। मेले के सभी 16 प्रवेश द्वार पर कोविड-19 की जांच की व्यवस्था रहेगी। मेला क्षेत्र में एंटीजन के साथ आरटीपीसीआर जांच की सुविधा होगी। कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर एल1, एल2, एल3 अस्पतालों में भर्ती किया जाएगा।

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